न्यूज़- कोरोना वायरस के संबंध में अत्यधिक सावधानी और सावधानी बरती जा रही है। किसी भी स्तर पर चूक न हो इसका ध्यान रखा जाए। वायरस के संक्रमण पर मुद्रा (नोट और सिक्कों) के आदान-प्रदान के बारे में भी चिंता जताई गई है। भारतीय बैंकों एसोसिएशन द्वारा कुछ दिशानिर्देश जारी किए गए हैं ताकि उनके संक्रमित होने की संभावना को देखते हुए। इसे देखते हुए जिले के कई बैंकों और एटीएम को सैनिटाइज किया जा रहा है। अंकित नोटों को लिया और दिया जा रहा है। बैंकों की विभिन्न शाखाओं में प्रेषण प्रदान किए गए हैं। बैंककर्मियों को भी मेडिकेटेड मास्क दिए गए हैं।
भारतीय स्टेट बैंक के क्षेत्रीय प्रबंधक नवीन कुमार का कहना है कि वायरस के संक्रमण से निपटने के लिए भीड़ को नियंत्रित करने की कोशिश की गई है। क्योंकि, वहां जितने कम लोग होंगे, वायरस का चक्र टूट जाएगा। इसलिए, कुछ सेवाओं को कम कर दिया गया है और कुछ को स्थगित कर दिया गया है। वैशाली में 16, समस्तीपुर में SBI 35 की एक क्षेत्रीय शाखा भी है, जहां यह कोरोना वायरस से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है।
बैंक शाखा के हर काउंटर पर एक-एक सैनिटाइजर रखा गया है। वहां आने-जानेवाले ग्राहकों को पहले गेट पर सैनिटाइज किया जाता है। अगर, वे कैश जमा करते हैं तो उनके नोट को पहले सैनिटाइज किया जाता है, तभी काउंटर में रखा जाता। इसके अलावा निकासी करने पर उन्हें सैनिटाइज्ड नोट ही दिया जाता है। जब से संक्रमण का दौर आया है, ग्राहकों की संख्या स्वत: कम हुई है। जमा और निकासी को छोड़कर अन्य काम को संक्षिप्त करने के कारण ग्राहकों ने भी खुद को सीमित कर लिया है।