न्यूज – पाकिस्तान के प्रधानंत्री इमरान खान ने शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) के 74वें सत्र को संबोधित किया, इमरान खान का संबोधन पीएम नरेंद्र मोदी के संबोधन के बाद हुआ, पीएम मोदी से पहले मॉरिशस के राष्ट्रपति, इंडोनेशिया के उपराष्ट्रपति और लिसोथो के प्रधानमंत्री इस सत्र को संबोधित किया,
पीएम मोदी का संबोधन चौथे नंबर पर था, जबकि पाकिस्तानी पीएम इमरान खान सातवें नंबर पर था, इमरान खान अपने भाषण के दौरान कश्मीर राग अलापते रहे और परमाणु बम की गीदड़भभकी देते रहे।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कबूल किया कि उनका देश कश्मीर मुद्दे का अंतरराष्ट्रीयकरण करने की कोशिशों में नाकाम रहा, और वह इस मुद्दे को लेकर 'अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने उन्हें निराश किया है…'
भारत के संविधान में जम्मू एवं कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को हटा दिए जाने के भारत सरकार के फैसले को लेकर पाकिस्तान द्वारा आपत्ति जताने जाए पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय की ओर से कई मंचों पर बार-बार पाकिस्तान को नकारा गया, जबकि बहुत-से देशों ने भारत का समर्थन किया है.
इमरान खान ने मंगलवार को कहा, "अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने (मुझे) निराश किया है… (भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र) मोदी पर अब तक कोई दबाव नहीं है… लेकिन हम दबाव बनाना जारी रखेंगे…"
इमरान खान ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय द्वारा कश्मीर के मुद्दे पर पाकिस्तान के पक्ष को नज़रअंदाज़ कर दिए जाने की वजह का ज़िक्र करते हुए भारत की आर्थिक स्थिति और वैश्विक प्रभुत्व को भी स्वीकार किया, और कहा, "वजह यह है कि लोग भारत को 120 करोड़ लोगों के बाज़ार के तौर पर देखते हैं…"