चिन्मयानंद पर इतने लंबे समय तक क्यों, मेहरबान रही योगी सरकार,

चिन्मयानंद पर इतने लंबे समय तक क्यों, मेहरबान रही योगी सरकार,

बीजेपी नेता को 14 दिनों तक हिरासत में भेजा गया है,

न्यूज – इन दिनों उत्तरप्रदेश बीजेपी पर विपक्ष हावी है, इसका सबसे बडा कारण है जब सत्ता में बैठे लोग ही अपराध करेंगे तो आम आदमी अपने आप को कैसे सुरक्षित मान सकता है। पहले कुलदीप सेंगर और अब स्वामी चिन्मयानंद, जो लोग बेटिंयों की सुरक्षा का वादा करकें सत्ता में आय़े थे, उन्हीं के राज में बेटिंया सुरक्षित नहीं है अब सवाल किया भी जाए तो किससे, क्यूकि सवाल का जबाव देने वाले ही ये सब करने में लगे है।

शाहजहांपुर यौन शोषण मामले में पीड़िता की बड़ी जीत हुई है, पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वामी चिन्मयानंद को गिरफ्तार कर लिया गया और 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है, लेकिन इतने गंभीर आरोपों के बावजूद चिन्मयानंद खुले घुमते रहे पर अब तक कार्रवाई क्यों नहीं हुई? इसकी एक बड़ी वजह जहां एक तरफ उनके रसूख को माना जा रहा है, तो वहीं यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ से नजदीकी भी है। शायद यही अहम कारण है जिस वजह से जांच अब तक धीमी गति से हुई। यदि पीडिता या उसके परिवार के साथ कोई अनहोनी हुई होती तो इसकी जिम्मेदारी कौन लेता, बस दो दिन खबर मीडिया में चलती और सब बंद…

आपको पता होगा कि लॉ की एक छात्रा ने पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वामी चिन्मयानंद पर यौन शोषण का आरोप लगाया था, घटना से जुड़ा विडियो भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ,

अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में 2003-04 तक आंतरिक मामलों के राज्य मंत्री रह चुके स्वामी चिन्मयानंद शाहजहांपुर और आसपास के इलाकों में लोगों के लिए किसी भगवान से कम नहीं है। ये इन इलाकों में इतने प्रभावशाली है कि यही कहा जाता है इलाके में बिना इनकी मर्जी के पत्ता तक नहीं हिलता है, तीन बार के सांसद स्वामी चिन्मयानंद वर्तमान में शाहजहांपुर स्थित स्वामी सुखदेवानंद पोस्ट ग्रेजुएट कॉलेज की प्रबंध कमिटी के अध्यक्ष हैं साथ ही वो शाहजहांपुर में ही एक आश्रम का भी प्रबंधन देखते हैं।

उन्नाव रेप केस तो आपको जरूर याद होगा, चुनावों में जो पैर पकड कर वोट मांगते आते है यदि उन्हीं के पास आम आदमी मदद मांगने जाए तो उनके साथ अपराध किया जाता है, कारवाई तो होती है लेकिन बहुत देर बाद शायद तब कर पीडित व्यक्तियों का जीवन नर्क बन जाता है।

उन्नाव रेप केस में भी ऐसा ही हुआ था, पीडिता ने न्याय पाने के लिए अपने परिवार के कितने ही सदस्यों को खो दिया, क्या ऐसा न्याय चाहिए हमें, जब देश में न्याय शब्द ही सुरक्षित नहीं है तो कैसे कोई न्याय तक पहुंचने की बात कर सकता है। और जो न्याय मांगता है उसका हश्र तो आप देखते ही है। अब हिरासत में लिए जाने के बाद ये तो कोर्ट तय करेगा कि चिन्मयानंद का भविष्य  कैसा होगा लेकिन उन्नाव रेप केस के बाद ये दूसरी बार हुआ है जब किसी करीबी ने योगी आदित्यनाथ की खूब किरकिरी कराई है।

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