केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन का आज 77 वां दिन है। किसान अपनी मांगों को लेकर अड़े हैं। किसानों का कहना है कि वे तीन नए कृषि कानूनों को वापस लेने से पहले दिल्ली की सीमाओं से दूर नहीं जायेंगे। इस बीच, राकेश टिकैत ने बताया कि गाजीपुर सीमा पर किसान क्रांति पार्क बनाया जाएगा। हमने कांटों के जवाब में फूल लगाकर इसकी शुरुआत की है।
गाजीपुर सीमा पर किसान क्रांति पार्क बनाया जाएगा
उन्होंने कहा कि इस पार्क में किसान झंडा लगाया जाएगा। जल्द ही किसान क्रांति पार्क को मूर्त रूप दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि
सरकार आंदोलन को लंबा करना चाहती है। किसानों ने भी इसी
तरह से रणनीति तैयार की है।
सीमा पर रणनीति के तहत आंदोलन किया जाएगा।
सोमवार को आंदोलन स्थल पर पहुंचने वाला किसान सोमवार को ही घर लौट जाएगा। इस तरह से,
आंदोलनकारी आंदोलन पर और अपने खेतो पर भी नजर रख सकेंगे। ऐसे में अगर जरूरत पड़ी तो
आंदोलन अक्टूबर से आगे भी चलाया जा सकता है।
सरकार बिजली कनेक्शन दे किसान बिजली का बिल भी देंगे
टिकैत ने कहा कि गर्मी का मौसम आ रहा है। अब हमें यहां पर बड़े जनरेटर लगाने हैं और अगर सरकार नहीं चाहती
कि यहां पर जनरेटर चले, तो यह हमें बार्डर के नाम पर बिजली का कनेक्शन दे, किसान बिजली का बिल भी देंगे।
उन्होंने किसानों से यह भी कहा कि हर व्यक्ति सप्ताह भर की रणनीति के साथ आंदोलन में शामिल हो।
किसान कार से नहीं बल्कि ट्रैक्टर से आंदोलन में भाग लेने आए।
उन्होंने सरकार को चेतावनी दी कि यह आंदोलन अक्टूबर के बाद भी जारी रह सकता है,
सरकार से गलती है कि हम गर्मी में जाएंगे। गाजीपुर सीमा पर चल रहे मंच के सामने भीड़ थोड़ी कम हो गई है।
किंसान तेज धूप का कारण बता रहे हैं। किसानों का कहना है कि आंदोलन स्थल पर लोग कम नहीं हुए हैं,
वे मंच के सामने कम बैठे हैं। वास्तव में, ज्यादातर किंसान तेज धूप के कारण अपने टेंट में रह रहे हैं।
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