प्रधान मंत्री मोदी की तरह, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ ने भी अपने विचारों को लोगों तक पहुँचाने का काम शुरू किया। संघ ने अपनी विचारधारा और इतिहास के संदर्भ में लोगों के अपने दृष्टिकोण का विस्तार करने के लिए रेडियो के बजाय सोशल मीडिया वीडियो प्लेटफॉर्म यू-ट्यूब का सहारा लिया है। 'जनसत्ता डॉट कॉम' पर छपी एक रिपोर्ट के अनुसार, आरएसएस ने यूट्यूब के माध्यम से एक वीडियो श्रृंखला शुरू की है, जिसके माध्यम से विचार, विचारधारा, राजनीतिक और सामाजिक मुद्दों और ऐतिहासिक घटनाओं पर विचार किया जा रहा है। संघ ने इस श्रृंखला का नाम Knowledge ज्ञान श्रीखला 'दिया है।
श्रीखंका के ज्ञान के माध्यम से संघ के बुद्धिजीवियों का ज्ञान उन्हें लोगों के सामने प्रस्तुत करेगा। उदाहरण के लिए, अब तक प्रसारित कार्यक्रमों में, आरएसएस ने भारत में पर्दा प्रथा की शुरुआत पर अपने विचार रखे हैं। इस बीच, आरएसएस के महासचिव कृष्ण गोपाल और मनमोहन वैद्य ने पर्दा प्रथा को इस्लामी प्रचलन का परिणाम माना।
वह कहते हैं कि भारत में कोई पर्दा प्रथा नहीं थी, लेकिन इस्लामी शासकों के आगमन के कारण, हिंदुओं में घूंघट प्रथा भी शुरू की गई थी। आरएसएस के नेताओं ने भी आतंकवाद और इस्लाम के बीच संबंधों पर अपने विचार रखे हैं। इसके अलावा, हिंदू और भारतीय में अंतर के अलावा, शिक्षा प्रणाली पर भी चर्चा की गई है। इन विचारों को ऋषिकेश के रमणीय स्थल पर कुछ लोगों के बीच शूट किया गया है।