डेस्क रिपोर्ट – अमेरिकी सिंगर और रैपर एएसएपी रॉकी को गिरफ्तार करने पर अमेरिका और स्वीडन में ठन गई है। दोनों देशों के बीच ट्वीट वॉर शुरू हो गया है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने स्वीडन से मांग की है कि रैपर को जल्द रिहा किया जाए। गुरुवार देर रात उन्होंने ट्वीट किया कि उम्मीद है कि स्वीडन इस पूरे मामले पर अमेरिका के प्रति ईमानदार रवैया रखेगा।
इसके जवाब में स्वीडिश प्रधानमंत्री स्टीफन लोफवेन के प्रवक्ता ने कहा कि स्वीडन की न्याय व्यवस्था, वकील और कोर्ट स्वतंत्र हैं। सरकार को किसी भी तरह का अधिकार नहीं है कि वह किसी भी कानूनी कार्रवाई में हस्तक्षेप भी करे।
रैपर रॉकी का असली नाम रकीम मायर्स है। उन्हें स्वीडन के स्टॉकहोम में कुछ लोगों के साथ मारपीट करने के आरोप में तीन जुलाई को हिरासत में लिया गया था। जिस वक्त यह लड़ाई हुई, तब उनके दो दोस्त भी साथ थे।
शुक्रवार को द एसोसिएटेड प्रेस द्वारा प्राप्त अदालती दस्तावेजों के अनुसार, अभियोजन पक्ष ने आरोप लगया कि रॉकी और उसके दो साथियों ने जानबूझकर पीड़ित को जमीन पर धकेल दिया और उसके बाद उसे लातों से मारा साथ ही उस पर बोतलों से भी हमला किया। 500 पन्नों के दस्तावेज में पीड़ित के कटने, चोट और खून से सने कपड़ों की तस्वीरें शामिल थी।
पीड़ित के वकील मैग्नस स्ट्रोमबर्ग ने आरोप लगाया कि जब रॉकी के एक गार्ड ने पीड़ित की गर्दन पकड़कर उसे घसीटा तो वहीं से विवाद शुरु हुआ। साथ ही उन्होंने कहा कि उनके मुव्वक्लि मुस्तफा जाफरी ने रॉकी को मारपीट के लिए नहीं उकसाया।
मारपीट के दोषी पाए जाने पर रॉकी को दो साल तक की सजा हो सकती है। रॉकी ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि उसे उकसाया गया था जिसके बाद उसने ऐसा किया। सोशिल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो देखा जा सकता है किस तरह रॉकी एक व्यक्ति को हिंसक तरीके से जमीन पर गिरा कर पीट रहा है।
रॉकी और अन्य दो लोगों को ट्रायल शुरू होने तक हिरासत में ही रखा जाएगा। ट्रायल 30 जुलाई से शुरू होगा। रैपर का कहना है कि उन्होंने जो कुछ भी किया, वो आत्मरक्षा में किया।
वहीं दूसरी तरफ रैपर रॉकी की रिहाई के लिए हॉलीवुड सितारे किम कर्दशियां और कीनिया वेस्ट भी आगे आए हैं। इसके अलावा एक ऑनलाइन हस्ताक्षर अभियान भी चलाया जा रहा है, जिस पर पांच लाख से ज्यादा लोग रैपर की रिहाई की मांग के लिए हस्ताक्षर कर चुके हैं।