इसरों का नया कीर्तिमान, आरआईएसएटी -2ए लांच

यह सैटेलाइट खुफिया निगरानी ,कृषि, वन और आपदा में करेगा मदद
इसरों का नया कीर्तिमान, आरआईएसएटी -2ए लांच

श्रीहरिकोटा, आंध्रप्रदेश भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ने आज नया कीर्तिमान रचते हुए आरआईएसएटी-2ए का सफल प्रक्षेपण किया। यह प्रक्षेपण श्री हरिकोटा से इसरों के अंतरिक्ष केंद्र से किया गया। यह सैटेलाइट देश की खुफिया तंत्र को मजुबत करेगा। साथ ही देश में आने वाली आपदा के लिए मौसम विभाग को समय रहते अलर्ट करेगा।

यह पीएसएलवी की 48वीं उड़ान है और रीसैट सैटेलाइट का चौथा सैटेलाइट है। सैटेलाइट का प्रक्षेपण भारतीय समयनुसार तडकें 5 बजे किया गया । जिसे पीएसएवीसी 46 ने सफलतापूर्वक RISAT-2B रडार पृथ्वी अवलोकन सैटेलाइट को 555 किमी ऊंचाई वाले लो अर्थ ऑर्बिट में इंजेक्ट किया।

इसरो ने आधिकारिक ट्विटर हेंडल से सुबह 5 बजकर 50 मिनट पर ट्वीट करते हुए मिशन के सफल होने की जानकारी दी।

@isro
#ISROMissions#PSLVC46 successfully injects #RISAT2B into Low Earth Orbit.
Here's the view of #RISAT2B separation captured by our onboard camera

Our updates will continue.
8

TIME : 5:50 AM – May 22, 2019

इस सैटेलाइट के जरिए अंतरिक्ष से जमीन पर 3 फीट की ऊंचाई तक की तस्वीरें ली जा सकती हैं. इसरों ने इस सैटेलाइट को मुंबई में हुए 26 11 के आंतकवादी हमलें के बाद घुसपैठ रोकनें के लिए प्रक्षेपण करने का निर्णय लिया गया था। इस सैटेलाइट का वजन करीब 615 किलोग्राम है। इस सैटेलाइट को प्रक्षेपण के 15 मिनट में पृथ्वी की निचली कक्षा में स्थापित किया गया।

सैटेलाइट का सफल प्रक्षेपण होने पर इसरों प्रमुख के. सिवन ने सभी वैज्ञानिकों को बधाई दी, और कहा कि मुझे देश को यह बताते हुए खुशी है कि पीएसएलवी 46 का प्रक्षेपण सफल रहा, यह देश के लिए बड़ी उपलब्धि है।

Related Stories

No stories found.
logo
Since independence
hindi.sinceindependence.com