डाक्टरों ने ममता बनर्जी से माँगा माफीनामा,मामला और हुआ पेचीदा

दार्जिलिंग के नॉर्थ बंगाल मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल के 119 डॉक्टरों ने इस्तीफा दे दिया है
डाक्टरों ने ममता बनर्जी से माँगा माफीनामा,मामला और हुआ पेचीदा

पश्चिम बंगाल के हड़ताली डॉक्टरों को देश भर के डॉक्टरों का समर्थन मिल रहा है. ऐसा माना जा रहा है कि अगर यह मामला जल्दी न सुलझा तो देश भर की चिकिस्ता व्यवस्था चरमरा सकती है. इसी बीच बंगाल के हड़ताली डॉक्टरों ने कहा है कि अगर ममता बनर्जी गुरुवार को दिये अपने भाषण पर माफी मांग लेती हैं तो वो हड़ताल खत्म कर काम पर वापस आ सकते हैं.

हालांकि डॉक्टरों ने हड़ताल खत्म करने के लिए पांच अन्य मांगें भी रखी हैं.पश्चिम बंगाल में बीते 4 दिन से हड़ताल कर रहे डॉक्टर्स ने कहा, 'हम सीएम ममता बनर्जी से उनके गुरुवार के भाषण के लिए बिना शर्त माफी चाहते हैं. इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने भी गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर डॉक्टरों की सुरक्षा के लिए कानून बनाने की मांग की है. डॉक्टरों की एक मांग यह भी है कि सीएम को हॉस्पिटल आकर घायल डॉक्टरों से मिलना होगा और डॉक्टरों पर हमले की निंदा करनी होगी.

डॉक्टरों ने हमला करने वालों के खिलाफ कार्रवाई के कागजाती सबूत मांगे हैं. इसके अलावा पूरे राज्य में जूनियर डॉक्टरों और मेडिकल स्टूडेंट के खिलाफ 'झूठे केस और आरोप' वापस लेने की भी शर्त रखी गई है.इस बीच हड़ताली डॉक्टरों के समर्थन में इस्तीफा देने वाले डॉक्टरों की संख्या बढ़ गई है. दार्जिलिंग के नॉर्थ बंगाल मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल के 119 डॉक्टरों ने इस्तीफा दे दिया है.

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पश्चिम बंगाल के नील रत्न सरकार मेडिकल कॉलेज में रेजिडेंट डॉक्टरों से मारपीट के मामले ने पूरे देश को हिला कर रख दिया है। क्योंकि पश्चिम बंगाल से लेकर दिल्ली तक के डॉक्टर हडताल पर उतर आए हैं। उनकी मांग है कि डॉक्टरों को सुरक्षा प्रदान करें। उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, कर्नाटक आदि प्रदेशों के डॉक्टर भी हडताल करेंगे। दिल्ली एम्स के रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन ने पश्चिम बंगाल सरकार को हड़ताली डॉक्टरों की मांगें पूरी करने के लिए 48 घंटों का अल्टीमेटम दिया है. उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने मांगें पूरी नहीं कीं तो एम्स में अनिश्चितकालीन हड़ताल करने पर मजबूर होंगे।

दिल्ली के 14 बड़े अस्पतालों सहित 18 अस्पतालों ने शनिवार को हड़ताल पर रहने का आह्वान किया है। इस हड़ताल में 10 हजार से ज्यादा डॉक्टर शामिल होंगे। फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन के बैनर तले इन सभी अस्पतालों के डॉक्टरों ने हड़ताल की पूर्व लिखित सूचना अपने मेडिकल सुपरिटेंडेंट को दी है। इन डॉक्टरों के हड़ताल में जाने से लोगों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। डॉक्टरों की हड़ताल से हिंदुस्तान के कई हिस्सों में स्वास्थ्य सेवाएं चरमरा गई है।

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