निपाह ने केरल में फिर दी दस्तक, 1 छात्र संक्रमित 86 संदिग्ध निगरानी में

पिछले साल भी केरल में निपाह वायरस से करीब 16 लोगों की मौत हुई थी
निपाह ने केरल में फिर दी दस्तक, 1 छात्र संक्रमित 86 संदिग्ध निगरानी में

कोच्चि – केरल में निपाह वायरस से एक बार फिर से दस्तक दे दी है। इसकी पुष्टी खुद केरल की स्वास्थ्य मंत्री केके शैलजा ने की। 23 वर्षीय छात्र को निपाह वायरस के लक्षण पाये जाने पर अस्पताल में भर्ती कराया गया।

राष्टीय विषाणु विज्ञान संस्थान के पास भेजे गए सैंपल से इस मामले की पुष्टी हुई है। स्वास्थ्य मंत्री केके शैल्जा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके छात्र के निपाह वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि की है। उन्होंनेसोशल मीडिया यूजर्स से बीमारी को लेकर लोगों में दहशत नहीं फैलाने की अपील भी की है। उन्होंने कहा कि घबराने की कोई जरूरत नहीं है।

स्वास्थ्य विभाग हर तरह की परिस्थिति को संभालने के लिए तैयार है। हमारे पास जरूरत की सभी दवाइयों का संग्रह है। बीमारी से निपटने के लिए एर्नाकुलम मेडिकल कॉलेज में अलग से वॉर्ड बना दिया गया है।

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि राज्य के 86 संदिग्ध मरीजों पर निगरानी रखी जा रही है। इनमें अभी निपाह वायरस की पुष्टि नहीं हुई है। एर्नाकुलम मेडिकल कॉलेज में बीमारी के इलाज के लिए अलग से स्पेशल वार्ड बनाया गया है। 2018 में केरल में निपाह वायरस से करीब 16 लोगों की मौत हुई थी। 750 से ज्यादा मरीजों को निगरानी में रखा गया था।

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कहा कि निपाह वायरस एक नई उभरती बीमारी है। इसे निपाह वायरस एन्सेफलाइटिस भी कहा जाता है। यह एक तरह का दिमागी बुखार है, जिसका संक्रमण तेजी से फैलता है।

संक्रमण होने के 48 घंटे के भीतर यह व्यक्ति को कोमा में पहुंचा देता है। इसकी जद में जो भी व्यक्ति आता है उसे सांस लेने में दिक्कत के साथ सिर में भयानक दर्द और तेज बुखार होता है।

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