बिहार-असम में नदियां उफान पर, असम में नाव चलाने पर रोक

कमला, कोसी व महानंदा के इलाके में भी बारिश के कारण इन नदियों के जलस्तर में अभी और वृद्धि होने का अनुमान ,
बिहार-असम में नदियां उफान पर, असम में नाव चलाने पर रोक

जयपुर (डेस्क न्यूज) – ब्रह्मपुत्र और उसकी उप नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ने के कारण आज से असम के डिब्रूगढ़ जिला मजिस्ट्रेट पल्लव गोपाल झा ने फौजदारी कानून की धारा 144 के अधीन एक निर्देश जारी कर ब्रह्मपुत्र और इसकी उप-नदियों पर सभी तरह के नावों के चलने पर प्रतिबंध लगा दिया है।

वही बीते दो-तीन दिनों से जारी बारिश के कारण बिहार की नदियों में पानी बढ़ गया है। प्रमुख नदियों खासकर उत्तर बिहार की नदियों में जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। कई स्थानों पर नदियों का पानी खतरे के निशान के काफी करीब आ चुका है। ललबकिया नदी में पानी बढ़ने के कारण पूर्वी चम्पारण के सिकरहना अनुमंडल के फुलवारियाघाट पर डायवर्सन टूट गया। इस कारण सीतामढ़ी का पूर्वी चम्पारण से सड़क सम्पर्क भंग हो गया।

दो दिन पहले ही डायवर्सन की मरम्मत कराकर आवागमन चालू किया गया था। जिला प्रशासन ने संभावित बाढ़ से निबटने के लिए हाईअलर्ट घोषित कर दिया है। साथ ही नदियों में नाव चलाने पर भी तुरंत रोक लगा दी गई है।

जल संसाधन विभाग से मिली रिपोर्ट के अनुसार बागमती के जलस्तर में लगातार वृद्धि हो रही है। सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर व दरभंगा में बागमती का जलस्तर ढेंग, सोनाखान, डुब्बाधर, कनसारी, बेनीबाद में खतरे के निशान के करीब आ चुका है। कमला बलान व भुतही बलान का पानी मधुबनी के झंझारपुर, जयनगर और एकमा नहर के बाएं हिस्से में खतरे के निशान के समीप आ चुका है। नदियों में बढ़ रहे पानी को देखते हुए विभाग कोसी, गंडक और सोन सहित सभी नदियों के जलस्तर की कड़ी निगरानी कर रहा है, ताकि किसी भी अप्रिय स्थिति से निबटा जा सके।

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