पुणे – हमेशा आरएसएस को भला बुरा बोलने वाले नेता आजकल अपने कार्यकर्ताओं को आरएसएस से ही सीखने की सलाह दे रहे है। ये सुनने में अजीब जरूर लग सकता है।
लेकिन ऐसा लगता है कि आज कल की सियासी राजनीति ने नया ही रंग पकड़ लिया है। महाराष्ट में कभी अपनी धाक रखने वाले एनसीपी के प्रमुख शरद पवार का भी यही कहना है कि "विरोधी में जो कुछ भी अच्छी बात हो उसे सीखने में गुरेज नहीं करना चाहिए।"
राष्ट्रवादी कांग्रेस पाटी की लोकसभा चुनावों में हुई हार की समीक्षा बैठक में शरद पवार ने पाटी कार्यकर्ताओं से कहा कि लोगो से संवाद और जनसंपर्क कैसे किया जाए यदि ये सीखना हो तो आरएसएस (राष्ट्रीय स्वंयसेवक दल) से सीखना चाहिए।
पुणे में पाटी की बैठक में बोलते हुए एनसीपी प्रमुख शरद प्रवार ने कहा कि आरएसएस के लोग घर-घर जाकर संपर्क करते है। शरद पवार ने एक मिसाल देते हुए कहा कि मान लीजिए।
आरएसएस के लोगों को पांच घरों में जाकर संपर्क साधना है, वो सुबह उनके घर जाते हैं, अगर पांच में से किसी एक घर में कोई सुबह नहीं मिला तो वो शाम को फिर उसके घऱ जाएंगे, अगर शाम को भी कोई नहीं मिला तो अगले दिन सुबह जरूर उसके घऱ जाएंगे, वो तब तक कोशिश जारी रखते हैं जब तक उससे संपर्क साध नहीं लेते,
शरद पवार ने कहा पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि कुछ महीने बाद ही महाराष्ट्र विधानसभा के चुनाव होने हैं उसके लिए पार्टी कार्यकर्ताओं को भी उसी तरह पूरी शिद्दत के साथ जनसंपर्क साधना चाहिए, आरएसएस के कार्यकर्ताओं का जनसंपर्क का तरीका सीखने लायक है…