डेस्क न्यूज़- किसानों की सरकार के साथ कई दौर की बैठक के बाद भी अभी तक समाधान नही निकला हैं। किसान अपनी तीनों कृषि कानूनों को रद्द करने और MSP की मांग को लेकर सड़को पर हैं। हालांकि दो मांगो पर सरकार सहमत हो गई हैं, लेकिन अभी भी दो मुद्दों पर बात नही हैं। वही अब पार्टी लाइनों के पार 100 से अधिक ब्रिटिश संसद सदस्यों ने पीएम बोरिस जॉनसन को एक पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी के साथ भारत में किसानों के आंदोलन के मुद्दे को संबोधित करने का अनुरोध किया है। यह पत्र 5 जनवरी को स्लूस (Slough) से जॉनसन की संसद के सदस्य “तान देशी” ने लिखा था,
क्या हैं बोरिस जॉनसन को लिखे पत्र में?
इसमें लिखा गया है कि कई घटक, विशेष रूप से पंजाब और भारत के अन्य हिस्सों से आने वाले लोग, पानी के तोप, आंसू गैस और क्रूर बल के सैकड़ों किसानों के खिलाफ शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे किसानों की फुटेज देखने के लिए भयभीत थे। इस मुद्दे ने भारतीय जनता को परेशान कर दिया है।” प्रवासी समुदाय, विशेष रूप से पंजाबी और सिख पृष्ठभूमि के लोग, और अन्य जिनके पास भारत में खेती करने के लिए जमीन या लिंक हैं। दसियों हज़ारों वैश्विक विरोध प्रदर्शनों में शामिल हैं, जिसमें पूरे ब्रिटेन और कस्बों के शहर शामिल हैं।
इसमें कहा गया कि हम मानते हैं कि आपकी जनवरी की भारत यात्रा अब रद्द कर दी गई है लेकिन आप जल्द ही अपने भारतीय समकक्ष से मिलने का इरादा रखते हैं। इस मामले की तात्कालिकता को देखते हुए, क्या आप इस बात की पुष्टि कर सकते हैं कि आप निश्चित रूप से भारतीय प्रधान मंत्री को हमारे घटकों की चिंताओं से अवगत कराएंगे।” वर्तमान गतिरोध के लिए और शांतिपूर्ण विरोध के लिए नागरिकों के लोकतांत्रिक मानव अधिकार के लिए एक त्वरित संकल्प की उम्मीद है; हम आपकी समय पर प्रतिक्रिया के लिए तत्पर हैं ताकि हम अपने घटकों को तदनुसार सूचित कर सकें।