बेटी के जन्म के 20 घंटे बाद REET की परीक्षा देने पहुंची प्रसूता, बूंदी जिला अस्पताल में हुई डिलीवरी, एंबुलेंस से परीक्षा केंद्र पहुंची प्रसूति

अर्चना की नॉर्मल डिलीवरी हुई, मां और बच्चा दोनों स्वस्थ थे, बच्ची को जन्म देने के बाद अर्चना को रीट की चिंता सताने लगी, अर्चना काफी समय से इसकी तैयारियों में लगी हुई थी, इसलिए वह इस मौके को गंवाना नहीं चाहती थी
बेटी के जन्म के 20 घंटे बाद REET की परीक्षा देने पहुंची  प्रसूता, बूंदी जिला अस्पताल में हुई डिलीवरी, एंबुलेंस से परीक्षा केंद्र पहुंची प्रसूति

डेस्क न्यूज़- बूंदी जिले के बलचंद पाड़ा की रहने वाली अर्चना गुर्जर ने शनिवार दोपहर 1 बजे जिला अस्पताल में बच्ची को जन्म दिया, बच्चे के जन्म के 20 घंटे बाद रविवार की सुबह वह रीट के लिए एंबुलेंस से केशोरायपाटन सेंटर के लिए रवाना हुई, अर्चना ने कहा कि वह लंबे समय से REET की तैयारी कर रही थी, इसलिए वह अपनी मेहनत खराब नहीं करना चाहती थी और परीक्षा देने का फैसला किया।

बच्ची को जन्म देने के बाद अर्चना को रीट की चिंता सताने लगी

शनिवार दोपहर अर्चना की नॉर्मल डिलीवरी हुई, मां और बच्चा दोनों स्वस्थ थे, बच्ची को जन्म देने के बाद अर्चना को रीट की चिंता सताने लगी, अर्चना काफी समय से इसकी तैयारियों में लगी हुई थी, इसलिए वह इस मौके को गंवाना नहीं चाहती थी, अर्चना ने परिवार को परीक्षा देने के लिए कहा, परिवार ने कांग्रेस नेता चर्मेश शर्मा से बात की, शाम को उन्होंने एडीएम व परिवार के सदस्यों सहित अन्य अधिकारियों से बात की तो उन्होंने परीक्षा कराने के लिए हामी भर दी और परीक्षा केंद्र पर व्यवस्था कर दी, इसके बाद आज सुबह एंबुलेंस के माध्यम से अर्चना को परिवार सहित 50 किमी दूर केशोरायपाटन स्थित केंद्र भेजा गया।

2 दिन पहले हुई थी सिजेरियन डिलीवरी

धौलपुर शहर के बालिका विद्यालय में भी एक प्रसूता एंबुलेंस में परीक्षा देने पहुंची, 2 दिन पहले महिला की सिजेरियन डिलीवरी हुई थी, महिला रवीना हरीश की पत्नी ने बताया कि 2 दिन पहले धौलपुर जिला अस्पताल में ऑपरेशन से उसकी डिलीवरी हुई थी, उन्होंने रीट के लिए काफी तैयारी की थी, ऐसे में वह हमेशा से परीक्षा देना चाहती थी, यह बात उसने अपने पति को बताई तो उसने भी उसका साथ दिया, इसके बाद आज वह एंबुलेंस से परीक्षा केंद्र पहुंची हैं।

डिलीवरी की तारीख 1 दिन बाद

जोधपुर में भी राणावास की एक गर्भवती महिला मीनाक्षी परीक्षा देने आई थी, डॉक्टर ने 27 सितंबर को डिलीवरी की तारीख बताई है, मीनाक्षी ने बताया कि पिछली बार परीक्षा में 1 नंबर रह गया था, इस बार मैंने दोगुने उत्साह के साथ परीक्षा की तैयारी की थी, इसलिए मैं किसी भी हाल में परीक्षा देना चाहती थी।

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