सरकार राष्ट्रीय राजमार्गो को अंतरराष्ट्रीय स्तर का बनाने के लिए आईआईटी और एनआईटी तथा अन्य प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग संस्थानों के साथ समझौता कर अंतरराष्ट्रीय बेहतर ढांचागत विकास के लिए देशी प्रतिभाओं का इस्तेमाल करेगी। NHI ने जानकारी देते हुए बताया कि इस तरह के प्रयोग का मकसद देश के प्रमुख संस्थानों के छात्रों तथा अध्यापकों की प्रतिभा का इस्तेमाल देश की सडकों को विश्व स्तरीय बनाना है तथा देश की प्रतिभाओं के लिए वैश्विक अवसर उपलब्ध कराना है।
देश के ढाचांगत विकास के काम में जुटे इस संगठन ने बताया कि इस तरह के समझौते से प्रतिभाओं का उपयोग सड़क निर्माण क्षेत्र के लिए बेहतर तरीके से हो सकेगा और स्थानीय समस्याओं का आसानी से समाधान होने के साथ ही देश की जनता को ट्रैफिक की समस्या से निजात मिलेगी और राष्ट्रीय राजमार्गों पर होने वाली दुर्घटनाओं को कम करने में मदद मिलेगी। NHI का कहना है कि इससे उसे राष्ट्रीय राजमार्गों पर पैदा होने वाली समस्याओं तथा भविष्य की दिक्कत को समझने में आसानी होगी और निर्माण कार्य के दौरान स्थानीय स्तर पर लोगों की समस्याओ का आसानी से समाधान किया जा सकेगा।
उसका कहना है कि बड़े स्तर पर देश के इन प्रमुख संस्थानों ने उसकी इस पहल का स्वागत किया है और इन संगठनों ने इस सुझाव को सकारात्मक रूप से लिया है। संगठन का कहना है कि इस काम के लिए विभिन्न आईआईटी, एनआईटी तथा इंजीनियरिंग संस्थानों के साथ परस्पर सहमति का समझौता-एमओयू किया जा रहा है।
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