न्यूज – भारतीय वायुसेना के जवानों ने 87वें एयरफोर्स डे के मौके पर गाजियाबाद हिंडन एयरबेस पर भारत की ताकत दिखाई। 8 अक्तूबर 1932 को इंडियन एयरफोर्स की स्थापना की गई थी। इस दिन को वायु दिवस के तौर पर मनाया जाता है।
1 अप्रैल 1933 को इसके पहले दस्ते का गठन हुआ था जिसमें 6 RAF-ट्रेंड ऑफिसर और 19 हवाई सिपाहियों को शामिल किया गया था। भारतीय वायुसेना की ताकत को पूरी दुनिया ने देखा। चाहे फिर पाकिस्तान से हुए युद्ध में दुश्मनों को धूल चटाने की बात हो या फिर दुश्मन के घर में घुसकर उसके आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइकर कर उसे तबाह करना हो सभी ने वायुसेना का लोहा माना है।
बालाकोट एयरस्ट्राइक के बाद पाकिस्तान का F-16 विमान गिराने वाले वायुसेना के विंग कमांडर अभिनंदन वर्थमान ने आज एक बार फिर से Mig लड़ाकू विमान उड़ाया। इस दौरान 3 मिराज 2000 एयरक्राफ्ट और सुखोई ने भी उड़ान भरी। इतना ही नहीं जिन पायलटों ने बालाकोट एयरस्ट्राइक को अंजाम दिया था, वे भी वायुसेना दिवस के जश्न में शामिल हुए और मिराज-2000 को उड़ाया। बता दें कि इससे पहले सुबह तीनों सेना के प्रमुखों ने नई दिल्ली के वॉर मेमोरियल पर जाकर जवानों को श्रद्धांजलि दी।
गाजियाबाद हिंडन एयरबेस पर वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया ने कार्यक्रम शुरू होने से पहले सलामी ली। वायुसेना के इस कार्यक्रम में सेना प्रमुख बिपिन रावत,
सचिन तेंदुलकर भी पहुंचे। इस बार कार्यक्रम में पहली बार चिनूक और अपाचे हेलिकॉप्टर ने भी अपना दम दिखाया।