डेस्क न्यूज़- कोरोना महामारी के कारण इस साल वार्षिक अमरनाथ यात्रा नहीं होगी, हालांकि भक्तों के लिए "आरती" की सुविधा ऑनलाइन होगी।
सोमवार को तय किया गया है कि कोरोना महामारी के चलते इस साल कोई वार्षिक अमरनाथ यात्रा नहीं होगी, हालांकि भक्तों के लिए "आरती" की सुविधा ऑनलाइन होगी, यह घोषणा जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने श्राइन बोर्ड के साथ चर्चा के बाद की, हिमालय के ऊपरी भाग में स्थित भगवान शिव के 3,880 मीटर ऊंचे गुफा मंदिर की 56-दिवसीय यात्रा 28 जून को पहलगाम और बालटाल के जुड़वां मार्गों से शुरू होकर 22 अगस्त को समाप्त होने वाली है।
मनोज सिन्हा ने पिछले सप्ताह केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा स्थिति के बारे में पूछताछ के लिए बुलाई गई बैठक में भाग लिया, इसके अलावा विकास की पहल की, बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला, केंद्र सरकार और जम्मू और प्रशासन के शीर्ष सुरक्षा और खुफिया अधिकारी शामिल थे।
आपको बता दें कि दिल्ली एम्स अस्पताल के निदेशक ने दो दिन पहले भारत में कोरोना की तीसरी लहर की चेतावनी दी है, एम्स निदेशक इस चेतावनी में कहां हैं कि चूंकि अब भारत के विभिन्न राज्यों में लॉकडाउन खुल गया है, ऐसे में आने वाले 5 से 6 सप्ताह के बीच कोरोना की तीसरी लहर हो सकती है।
यही वजह है कि कोरोना के चलते इस बार अमरनाथ यात्रियों को मायूस होना पड़ेगा, जबकि आपको बता दें कि कुछ समय पहले सरकार ने अमरनाथ यात्रा के लिए कुछ नियम व शर्तें लगाकर एक खास आयु वर्ग के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू किया था लेकिन अब वह भी बेमानी साबित होगा।