न्यूज – इस समय दुनियाभर में नस्लवाद का मुद्दा गर्माया हुआ है,अमेरिका में कुछ दिन पहले हुई एक अश्वेत की मौत के बाद जहां अमेरिका में इसका जमकर विरोध हो रहा है, वहीं दुनिया के बाकी कोनों से ही आवाज उठने लगी हैं, खेल जगत में भी दिग्गज इसका विरोध कर रहे हैं।
क्रिकेटर्स में पहले कैरेबियाई दिग्गज क्रिस गेल में आवाज उठाई और फिर वेस्टइंडीज को अपनी कप्तानी में टी20 विश्व कप दिलाने वाले डैरेन सैमी ने मंगलवार को आईसीसी (ICC) को कहा कि क्रिकेट जगत या तो नस्लवाद के खिलाफ आवाज उठाए या इस समस्या का हिस्सा कहलाने के लिए तैयार रहे।
उन्होंने यह बयान अफ्रीकी मूल के अमेरिकी जॉर्ज फ्लॉयड की अमेरिका में मौत के बाद दिया है। एक श्वेत पुलिस अधिकारी ने फ्लॉयड की गर्दन अपने घुटने से दबा दी थी, जिससे उसकी मौत हो गई, इसके बाद से अमेरिका में हिंसक प्रदर्शन जारी है।
सैमी ने सोशल मीडिया पर सिलसिलेवार पोस्ट में अश्वेतों की समस्याओं के बारे में लिखा, उन्होंने ट्वीट किया कि ताजा वीडियो देखने के बाद इस समय अगर क्रिकेट जगत अश्वेतों पर हो रही नाइंसाफी के खिलाफ खड़ा नहीं होगा तो उसे भी इस समस्या का हिस्सा माना जाएगा।
सैमी ने कहा कि नस्लवाद सिर्फ अमेरिका में ही नहीं बल्कि दुनिया भर में अश्वेतों को झेलना पड़ता है, उन्होंने सवाल दागा कि आईसीसी (ICC) और बाकी सभी बोर्ड को क्या दिखता नहीं है कि मेरे जैसे लोगों के साथ क्या होता है, मेरे जैसे लोगों के साथ हो रही सामाजिक नाइंसाफी क्या नजर नहीं आती, उन्होंने कहा कि यह सिर्फ अमेरिका में नहीं है. यह रोज होता है।
अब चुप रहने का समय नहीं है. मैं आपकी आवाज सुनना चाहता हूं, सैमी ने कहा कि लंबे समय से अश्वेत लोग सहन करते आए हैं. मैं सेंट लूसिया में हूं और मुझे जॉर्ज फ्लॉयड की मौत का दुख है. क्या आप भी बदलाव लाने के लिए अपना समर्थन देंगे।