News

रामपुर का एक गांव जहा आती है सिर्फ 2 से 3 घंटे बिजली , मोमबत्ती जलाकर पढाई को मजबूर बच्चे

रामपुर जिले की तहसील बिलासपुर क्षेत्र के भरतपुर गांव में 2 साल से अधिक समय हो गया है, लेकिन यहां बिजली आपूर्ति की स्थिति बहुत ही दयनीय है। गांव की कॉलोनी में 24 घंटे में लोगों के घरों में 2 से 3 घंटे ही बिजली पहुंच पाती है। जिससे यहां के लोग अंधेरे में रात बिताने को मजबूर हैं। वहीं स्कूली बच्चे मोमबत्ती जलाकर ही अपनी परीक्षा की तैयारी कर पा रहे हैं।

Prabhat Chaturvedi

रामपुर : जिले के बिलासपुर तहसील क्षेत्र के भरतपुर गांव में बिजली गुल होने से लोगों का जीवन दयनीय है | गांव में दो-तीन घंटे ही बिजली उपलब्ध होने से स्थानीय लोगों का जीना मुहाल हो गया है। मोमबत्ती जलाकर बच्चे परीक्षा की तैयारी करने को मजबूर हैं।

रामपुर के भरतपुर गांव का है मामला

रामपुर जिले की तहसील बिलासपुर क्षेत्र के भरतपुर गांव में 2 साल से अधिक समय हो गया है, लेकिन यहां बिजली आपूर्ति की स्थिति बहुत ही दयनीय है। गांव की कॉलोनी में 24 घंटे में लोगों के घरों में 2 से 3 घंटे ही बिजली पहुंच पाती है। जिससे यहां के लोग अंधेरे में रात बिताने को मजबूर हैं। वहीं स्कूली बच्चे मोमबत्ती जलाकर ही अपनी परीक्षा की तैयारी कर पा रहे हैं। इतने कम समय के लिए बिजली होने पर न तो उनके इनवर्टर चार्ज हो पाते हैं और न ही लैपटॉप।

लोगों में है जबरदस्त आक्रोश

बिजली कटौती को लेकर यहां के लोगों में जबरदस्त आक्रोश है। गांव निवासी पवन वर्मा ने बताया कि रोशनी नहीं होने से स्थिति काफी खराब है | बच्चे भी नहीं पढ़ पाते। इतनी कम बिजली आपूर्ति में इनवर्टर भी कहा जाता है। सरकार कहती है कि 24 घंटे, लेकिन अगर आपको 24 घंटे नहीं मिले, तो आपको 21 घंटे मिलने चाहिए।

बमुश्किल 1 -2 घंटे आती है दिन भर में बिजली

वहीं, सेवानिवृत्त सिपाही राजेंद्र प्रसाद सिंह का कहना है कि मैंने दिल्ली के आर्मी अस्पताल से बायपास सर्जरी करवाई है। यहां आने के बाद इतनी परेशानी होती है, क्योंकि लाइट नहीं होने से लिफ्ट में काफी दिक्कत होती है। हृदय रोग के कारण मैं सीढ़ियां नहीं चल सकता। हम चाहते हैं कि रोशनी की समस्या का जल्द समाधान हो। 24 घंटे में हमें लगता है कि आज की तारीख में 1 या 2 घंटे के लिए बिजली आ गई होगी।

जिलाधिकारी ने बताया आरोपों को गलत 

जिला अधिकारी रवींद्र कुमार मदद ने बताया कि बिजली आपूर्ति तीन तरह से की जा रही है। जिला मुख्यालयों पर 24 घंटे, तहसीलों में 20 घंटे और ग्रामीण क्षेत्रों में 18 घंटे बिजली दी जा रही है. उन्होंने कहा कि जिला मुख्यालयों पर लगभग औसत फुल हो रहा है, लेकिन तहसीलों और ग्रामीण क्षेत्रों में एक-एक घंटे की कटौती की जा रही है।

Diabetes से हो सकता है अंधापन, इस बात का रखें ख्याल

बीफ या एनिमल फैट का करते है सेवन, तो सकती है यह गंभीर बीमारियां

Jammu & Kashmir Assembly Elections 2024: कश्मीर में संपन्न हुआ मतदान, 59 प्रतिशत पड़े वोट

Vastu के अनुसार लगाएं शीशा, चमक जाएगी किस्मत

Tiger Parks: भारत के 8 फेमस पार्क,जहां आप कर सकते है टाइगर का दीदार