Weather Forecast : देश के कई हिस्सों में बारिश हो रही है, लेकिन राजधानी दिल्ली और उसके आसपास के सटे इलाकों में मौसम अभी भी मेहरबान नहीं है। लोग गर्मी से परेशान हैं। हालांकि, शुक्रवार को हल्की बारिश जरूर हुई लेकिन उसने गर्मी को और बढ़ा दिया है। ऐसे में बड़ा सवाल है कि आखिर बारिश कब होगी। लेकिन इसी बीच मौसम विभाग की मानें तो राहत की बात ये है कि अगले 24 घंटे में भी तेज हवा चलने के साथ- साथ हल्की बारिश होने से गर्मी से राहत मिलने के आसार हैं।
प्रादेशिक मौसम विभाग के मुताबिक शुक्रवार को राजधानी में अधिकतम तापमान सामान्य से तीन अधिक 40.1 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान सामान्य से तीन कम 25. 1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग के मुताबिक, अगले दो दिनों तक दिल्ली में तेज हवा चलने के साथ हल्की बारिश की संभावना है। इसके बाद 30 जून तक राहत मिलने के आसार नहीं हैं।
एक दिन पहले ही मौसम विभाग ने पूर्वानुमान लगाया है कि उत्तरी भारत में पंजाब, हरियाणा, दिल्ली व चंडीगढ़ के विभिन्न इलाकों में मानसून की पहली बारिश जुलाई में हो सकती है जबकि इससे पहले मौसम विभाग ने मानसून के 15 जून तक आगमन की संभावना जताई थी, जोकि इसके तय समय 27 जून से पहले था। आमतौर पर दिल्ली में 27 जून तक मानसून का आगमन हो जाता है। पिछले वर्ष 28 जून को दिल्ली में मानसून आया था जो कि आठ जुलाई तक रहा था।
मॉनसून की सक्रियता की वजह से बिहार में आज भी बारिश जारी है। बिहार के अलग-अलग इलाकों में गरज के साथ बारिश और वज्रपात की स्थिति बनी हुई है। वहीं यूपी में भी मॉनसून सक्रिय है और बारिश हो का मौसम बना हुआ है। पूर्वी यूपी में पिछले 24 घंटों में काफी बारिश हुई और आज भी चेतावनी जारी की गई है। वहीं दिल्ली में मॉनसून के आऩे में वक्त है, मगर बारिश की संभावना बनी हुई है। मध्य प्रदेश में भी बारिश के आसार हैं, तो चलिए जानते हैं कहां कैसा रहने वाला है मौसम।
आईएमडी के अनुसार, दिल्ली और पंजाब के कुछ हिस्सों, हरियाणा और राजस्थान को मानसून की बारिश के लिए जुलाई तक इंतजार करना होगा। दक्षिण-पश्चिम मानसून की उत्तरी सीमा बाड़मेर, भीलवाड़ा, धौलपुर, अलीगढ़, मेरठ, अंबाला और अमृतसर से होकर गुजरती है।
मौजूदा मौसम संबंधी स्थितियां और पूर्वानुमानों से संकेत मिलता है कि अगले सप्ताह तक दक्षिण-पश्चिम मानसून के राजस्थान, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली और पंजाब के शेष हिस्सों में बढ़ने की संभावना नहीं है। 30 जून तक उत्तर पश्चिम भारत के अलग-अलग स्थानों में हल्की से मध्यम स्तर की बारिश और गरज के साथ छीटें पड़ने की संभावना है।