Madhuri Sonkar
शेखर सुमन और उनके बेटे अध्ययन सुमन की वेब सीरीज 'हीरामंडी' नेटफ्लिक्स पर स्ट्रीम हो रही है। इस सीरीज में अध्ययन ने जोरावर अली खान का किरदार निभाया है। दर्शक लंबे वक्त के बाद उन्हें अभिनय करते हुए देख रहे हैं।
अध्ययन सुमन ने अपने करियर के मुश्किल दौर के बारे में खुलकर बात की। उन्होंने बताया कि करियर की शुरुआत में सफलता तो मिली, लेकिन फिर लंबे वक्त तक कोई काम ही नहीं मिला। यह ऐसा दौर था, जिसमें वह काफी कमजोर महसूस कर रहे थे।
काम नहीं मिलने के कारण वह हार मान लेना चाहते थे। हालांकि, संजय लीला भंसाली की सीरीज में काम मिलने से वह काफी खुश है। उन्हें उम्मीद है कि इससे लोगों का उनके प्रति नजरिया बदलेगा।
अध्ययन ने आगे कहा कि उन्हें ऐसा लगता है कि उनके माता-पिता ने उन्हें बिगाड़ दिया है। अपने पुराने दिनों को याद करते हुए अध्ययन ने बताया कि उनके पिता ने उन्हें ब्रिटेन में दुनिया के सबसे महंगे स्कूल में से एक में पढ़ाया है।
शेखर सुमन ने इसके बाद उन्हें न्यूयॉर्क फिल्म स्कूल में भी भेजा। वह अपने घर में अकेले रहते थे। न अपना घर और न ही कार को किसी के साथ साझा करते थे। अध्ययन ने कहा कि वह पिछले आठ सालों में आराम वाली जिंदगी जी सकते थे, लेकिन वही जानते हैं कि उस दौर में उन पर क्या बीत रही थी।
अध्ययन ने बताया कि उन्हें अपना चार मंजिला पेंटहाउस एक लग्जरी जेल की तरह लगता था। उन्हें इसमें कैद जैसा महसूस होता था। वह काम करके अपनी पहचान बनाने चाहते थे और माता-पिता को खुद पर गर्व महसूस कराना चाहते थे। हालांकि, ऐसा हो नहीं पा रहा था, जिससे वह मुश्किलों से घिर गए थे।