Madhuri Sonkar
सर्दियों का ये मौसम आपकी सेहत के लिए कई प्रकार से चुनौतीपूर्ण हो सकता है। गिरता तापमान ब्लड प्रेशर, शुगर, हृदय रोगों से लेकर सांस की समस्याओं के शिकार लोगों की दिक्कतों को बढ़ाने वाला हो सकता है।
सर्दियों का मौसम सांस के रोगियों जैसे अस्थमा, ब्रोंकाइटिस या फिर निमोनिया जैसी बीमारियों के शिकार लोगों के लक्षणों को बढ़ाने वाली हो सकती है। हवा में शुष्की और ठंडक के कारण श्वसन तंत्र की समस्याओं के शुरू होने का भी खतर हो सकता है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, अस्थमा के शिकार लोगों के लिए ये जानना जरूरी है कि किन चीजों से आपकी समस्या ट्रिगर हो सकती है। पर्यावरणीय एलर्जी, बीमारी या तापमान में परिवर्तन इनमें से प्रमुख है। कई लोग बताते हैं कि सर्दियों के महीनों के दौरान उनके लक्षण बढ़ जाते हैं।
डॉ. सलाह देते हैं कि जब मौसम बदलता है तो अस्थमा या सांस के अन्य रोगियों को अपने पल्मोनोलॉजिस्ट की सलाह जरूर ले लेनी चाहिए। सुनिश्चित करें कि ठंड से बचाव करते रहें, दवाओं में लापरवाही न करें।
सर्दियों में गर्म कपड़े पहनें, विशेष रूप से मुंह, नाक और सिर के आसपास के हिस्सों को अच्छी तरह से ढक कर रखें। किसी भी जटिलता से बचाव के लिए इनहेलर हमेशा अपने पास रखें।
डॉक्टर कहते हैं, सर्दियों के दौरान अस्थमा के ट्रिगर होने का एक कारण इनडोर प्रदूषण भी हो सकता है। न केवल ठंड का मौसम अस्थमा से पीड़ित लोगों के लिए खतरा है, बल्कि सर्दियों के महीनों में अक्सर घर के अंदर रहना भी इस समस्या को बढ़ा सकता है। कमरे में वेंटिलेशन की अच्छी व्यवस्था रखें, बहुत देर से हीटर जलाकर न रखें ये भी समस्याकारक हो सकती है।