Happy Mother's Day: क्यों मनाया जाता है मदर्स डे, कैसे हुई इसकी शुरूआत

Madhuri Sonkar

मदर्स डे मई के दूसरे रविवार को विश्व स्तर पर मनाया जाता है। यह माताओं के अनगिनत बलिदानों और अटूट समर्थन के लिए आभार, प्रेम और प्रशंसा व्यक्त करने का दिन है।

मातृ दिवस का इतिहास प्राचीन यूनानी सभ्यता में देवताओं की माता, देवी रिया के सम्मान में मनाए जाने वाले वसंत उत्सव से जुड़ा है। इसके अलावा यह दिन यूनाइटेड किंगडम में मदर्स डे के रूप में भी लोकप्रिय था, जो लोगों के लिए चर्च में जाने और बपतिस्मा लेने का दिन था।

मदर्स डे की हालिया शुरुआत का श्रेय जूलिया वार्ड होवे और अन्ना जार्विस को जाता है, जिन्होंने इस अमेरिकी परंपरा की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। 1870 में जूलिया वार्ड होवे ने मातृ दिवस को प्रतिवर्ष मनाए जाने का आह्वान किया।

इसके अलावा यह भी कहा जाता है कि जूलियट कैलहॉन ब्लेकली ने 1800 के दशक में एल्बियन, मिशिगन में मदर्स डे की शुरुआत की थी और उनके बेटों ने उनकी स्मृति को सम्मान देते हुए प्रतिवर्ष यह अवकाश मनाया और लोगों को उस दिन अपनी माताओं का सम्मान करने के लिए प्रोत्साहित किया।

अन्ना जार्विस ने 1907 में निजी तौर पर मातृ दिवस मनाया। यह उसकी मां का जन्मदिन था। 1908 में उन्होंने एक चर्च सेवा का आयोजन किया, जिसमें 407 बच्चे और माताएं शामिल हुईं। 

अमेरिकी राष्ट्रपति वुडरो विल्सन ने मई के दूसरे रविवार को मातृ दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की। यह उत्सव शीघ्र ही राष्ट्रीय सीमाओं से परे अन्य देशों में भी फैल गया। आज विश्व भर में 50 से अधिक देशों में मातृ दिवस मनाया जाता है।

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