Madhuri Sonkar
ध्रुव राठी एक फेमस यूट्यूबर हैं। देश और दुनिया के समसामयिक विषयों पर एक्सप्लेनर के अंदाज में वीडियो बनाते हैं जिसे लाखों में देखा जाता है।
केजरीवाल ने अपने ट्विटर हैंडल (तब एक्स ट्विटर ही हुआ करता था) से राठी ही का एक वीडियो शेयर किया था, जिसको लेकर केजरीवाल के खिलाफ आपराधिक मानहानि का मुकदमा दर्ज हुआ और ट्रायल कोर्ट ने केजरीवाल को समन भेजा है।
विकास सांकृत्यायन उर्फ विकास पाण्डेय नाम के एक शख्स ने इस मुकदमे को निचली अदालत में दायर किया था। विकास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का समर्थक होने का दावा करते हैं और वे ‘आई सपोर्ट नरेंद्र मोदी’ नाम के सोशल मीडिया पेज के फाउंडर हैं। जिस वीडियो को लेकर ये पूरा विवाद है, वह 7 मई 2018 को ‘बीजेपी आईटी सेल पार्ट दो’ के नाम से अपलोड किया गया था।
इससे पहले राठी एक और वीडियो अपलोड कर चुके थे जिसमें उन्होंने महावीर प्रसाद नाम के एक शख्स का इंटरव्यू लिया था। प्रसाद ने इंटरव्यू में भारतीय जनता पार्टी के आईटी सेल पर झूठी और फर्जी खबरें फैलाने के आरोप लगाए थे। ये वीडियो 10 मार्च 2018 का बताया जा रहा है।
इसके बाद 7 मई को राठी ने जो वीडियो अपलोड किया, उसमें कहा गया कि विकास पाण्डेय भारतीय जनता पार्टी की आईटी सेल में दूसरे नंबर के रसूखदार नेता हैं। पाण्डेय ने एक बिचौलिए के जरिए महावीर प्रसाद को 50 लाख रूपये की पेशकश की थी।
इस वीडियो को लेकर विवाद छिड़ ही रहा था कि केजरीवाल ने इसे अपने X से शेयर कर दिया। इस पर विकास पांडेय ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। वहीं हाईकोर्ट के जज स्वर्ण कांता शर्मा ने अपने फैसले में कहा कि एक्स पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के ठीक-ठाक फॉलोअर्स हैं और जिस तरह का उनका राजनीतिक कद है, वे भलीभांति इस बात से वाकिफ होंगे कि उस वीडियो को शेयर करने का क्या नतीजा हो सकता है।