Madhuri Sonkar
रणदीप हुड्डा के निर्देशन में बनी फिल्म 'स्वातंत्र्य वीर सावरकर' ने पर्दे पर दस्तक दे दी है। यह फिल्म है आजादी की लड़ाई में हीरो रहे विनायक दामोदर सावरकर के जीवन पर आधारित है।
वीर सावरकर जिन्होंने देश के लिए अपनी जिंदगी दांव पर लगा दी, अपना परिवार भूल गए, आज के दौर के युवा उन्हें लगभग भुला चुके हैं।
हालांकि अगर बात कि जाए इस फिल्म की तो इसमें एक कमी देखने को मिली है। वीर सावरकर को बाकी सभी स्वतंत्रता सेनानी की तुलना में सबसे ऊपर बताया गया है और बस यही गलती देखने वालों को खल रही है।
'स्वातंत्र्य वीर सावरकर' की बात करें तो ऐसा कहा जा रहा है कि फिल्म में लीड रोल को महिमामंडित करने में कई बड़ी भूल हुई है निर्देशक से।
दरअसल फिल्म की कहानी ये नैरेटिव सेट करती दिख रही कि चाफेकर बंधू, कान्होजी आंग्रे से लेकर भगत सिंह, मदनलाल ढींगरा और सुभाष चंद्र बोस जैसे तमाम महान स्वतंत्रता सेनानियों और नेताओं को आजादी की लड़ाई लड़ने के लिए किसी और ने नहीं बल्कि सावरकर ने ही प्रेरित किया।
रणदीप हुड्डा के परफॉर्मेंस और उनके ट्रांसफॉर्मेशन ने हर किसी को हैरान किया है। कमाई की बात करें तो फिल्म शुरुआत एकदम स्लो है।