मेहुल चोकसी को लेने Dominica पहुंचा भारत का विमान : भगोड़ा हीरा कारोबारी और पंजाब नेशनल बैंक (PNB) घोटाले का आरोपी मेहुल चोकसी क्या जल्द ही भारत लाया जा सकेगा? इसे लेकर अटकलें तेज हो गई हैं। एंटीगुआ मीडिया के हवाले से आ रही खबरों ने इन अटकलों को और मजबूती दी है।
न्यूज एजेंसी एएनआई ने दरअसल एंटीगुआ मीडिया के हवाले से बड़ी जानकारी दी है। एंटीगुआ की मीडिया के अनुसार एंटीगुआ के प्रधानमंत्री गैस्टन ब्राउन ने इस बात की पुष्टि की है कि डोमिनिका के डगलस चार्ल्स एयरपोर्ट पर पहुंचा एक प्राइवेट जेट भारत का ही है।
मेहुल चोकसी को लेने Dominica पहुंचा भारत का विमान : इस बीच ये बात भी सामने आई है कि भारतीय एजेंसियां डोमिनिका की सरकार से संपर्क में हैं और बताया है कि मेहुल चोकसी भारत का नागरिक है और भगोड़ा है। भारत की ओर से बताया गया है कि चोकसी ने जालसाजी करने के बाद भारत से भागने में कामयाब हुआ।
भारतीय एजेंसियों ने ये भी बताया है चोकसी को भारतीय भगोड़ा के तौर पर देखा जाना चाहिए और हल हाल में भारत के हवाले उसे करना चाहिए। भारत ने ये भी बताया है कि चोकसी के खिलाफ इंटरपोल की ओर से भी रेड कॉर्नर नोटिस जारी है।
गौरतलब है कि मेहुल चोकसी भारत से फरार होने के बाद 2018 से एंटीगुआ में ही रह रहा था। उसने भारत से फरार होने से पहले ही 2017 में वहां की नागरिकता ले ली थी। एंटीगुआ में उसे कानूनी संरक्षण भी मिल रहा था।
इस बीच पिछले हफ्ते चोकसी अचानक एंटिगुआ से लापता हो गयाथा। उसकी गाड़ी एंटीगुआ के दक्षिणी हिस्से में मिली और फिर उसकी खोजबीन शुरू हुई। इसके बाद मंगलवार को डोमिनिका में अवैध रूप से दाखिल होने के आरोपों में उसे गिरफ्तार किया गया था।
चोकसी की शनिवार को डोमिनिका की जेल से पहली तस्वीर भी सामने आई। ये तस्वीर स्थानीय मीडिया में आई। वहीं, चोकसी को कैरिबियाई द्वीपीय देश से कहीं और भेजने पर डोमिनिका की कोर्ट ने बुधवार तक रोक लगा दी थी।
बहरहाल, सलाखों के पीछे कैद चोकसी की ताजा तस्वीर में उसके बाएं आंख में चोट के निशान दिख रहे हैं। उसकी आंख लाल है।
अन्य कुछ तस्वीरों में मेहुल चोकसी जेल से अपने हाथ को बाहर निकालकर दिखाता नजर आ रहा है। तस्वीरों में दिख रहा है कि उसके हाथ पर चोट हैं। चोकसी की ओर से ये आरोप लगाया गया है कि उसके साथ डोमिनिका की जेल में मारपीट की गई है।
मेहुल चोकसी और उसके भांजे नीरव मोदी पर पंजाब नेशनल बैंक से कथित तौर पर 13,500 करोड़ रुपये की जालसाजी का आरापो है। नीरव मोदी लंदन में जेल में है और अपने प्रत्यर्पण के खिलाफ मुकदमा लड़ रहा है। नीरव को ब्रिटेन में 2019 में गिरफ्तार किया गया था।
ब्रिटेन की सरकार ने पिछले ही महीने नीरव मोदी को भारत को प्रत्यर्पित करने की मंजूरी दे दी थी। हालांकि मोदी के पास इस फैसले को यूके हाई कोर्ट में चुनौती देने का विकल्प मौजूद है। ऐसे में उसके भारत लाए जाने में कुछ और महीनों का समय लग सकता है।