जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ के होंजर डच्चन गांव में बादल फटने से चार लोगों की मौत हो गई. अब तक 17 लोगों को रेस्क्यू किया जा चुका है. 30 से 40 लोग अभी भी लापता बताए जा रहे हैं। खराब मौसम के कारण पुलिस और सेना के जवानों को मौके पर बचाव के लिए पहुंचने में दिक्कत हो रही है. घायलों को एयरलिफ्ट करने के लिए वायुसेना की भी मदद ली जा रही है।
वहीं, मौसम विभाग ने एक बार फिर महाराष्ट्र में मूसलाधार बारिश
की चेतावनी दी है। रायगढ़, रत्नागिरी, कोल्हापुर, सतारा समेत बाढ़
प्रभावित जिलों में एक बार फिर मूसलाधार बारिश हो सकती है.
मौसम विभाग ने 30 जुलाई तक ऐसे ही हालात रहने की भविष्यवाणी की है।
इसके अलावा पुणे, सिंधुदुर्ग और ठाणे के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है।
वहीं हिमाचल प्रदेश में अचानक आई बाढ़ से एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि 9 लोग लापता बताए जा रहे हैं.
घटना लाहौल-स्पीति जिले के उदयपुर में मंगलवार रात आठ बजे की है.
राज्य आपदा प्रबंधन निदेशक सुदेश कुमार ने बताया कि
बादल फटने से लाहौल-स्पीति जिले में अचानक बाढ़ आ गई.
चंबा जिले का एक व्यक्ति भीलापता बताया जा रहा है।
आइए जानते हैं बारिश से सबसे ज्यादा प्रभावित राज्यों का हाल
सबसे पहले जम्मू-कश्मीर की बात करें तो किश्तवाड़ में बादल फटने के बाद
बचाव कार्य में तेजी लाने की कोशिश की जा रही है.
यहां उपायुक्त के मुताबिक एसडीआरएफ की टीम ने भी मोर्चा संभाला है.
करीब 9 घरों को भारी नुकसान हुआ है। अब तक 4 शव निकाले जा चुके हैं।
बाकी की तलाश जारी है। केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने यहां डीएम अशोक शर्मा से बात की और स्थिति का जायजा लिया.
वहीं, दिल्ली में देर से आए मानसून ने चंद दिनों में सबसे ज्यादा बारिश के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं।
यहां पिछले दो दिनों से बारिश हो रही है। इस अवधि के दौरान 381 मिमी बारिश दर्ज की गई है,
जो जुलाई में 2003 के बाद से सबसे अधिक है। आईएमडी के मुताबिक, दिल्ली में मंगलवार
सुबह महज 3 घंटे में 100 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई।
यह भी 8 साल में जुलाई महीने में 24 घंटे में सबसे ज्यादा बारिश है।
2013 में, दिल्ली में 21 जुलाई को 123.4 मिमी बारिश हुई थी।
लाहौल-स्पीति के तोजिंग नाला और कुल्लू में मणिकर्ण की ब्रह्मगंगा नदी में भारी बारिश के कारण बाढ़ आ गई है. वहीं घाटी की तमाम नदियां उफान पर हैं, जिसे देखते हुए एसपी लाहौल स्पीति मानव वर्मा ने एडवाइजरी जारी कर लोगों से मनाली-लेह हाईवे और लाहौल-स्पीति पर यात्रा करने से बचने की अपील की है.
वहीं, बाढ़ में बह गए लोगों की तलाश के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है. रात भर रेस्क्यू का काम चलता रहा, लेकिन बुधवार सुबह तक सिर्फ एक ही शव निकल पाया। बीआरओ के लेफ्टिनेंट कर्नल के मुताबिक अगले 12 घंटे तक सड़क की सफाई के लिए हालात सुरक्षित नहीं हैं। इसलिए जलस्तर कम होने पर सड़क से मलबा हटाया जाएगा।
कुल्लू की मणिकर्ण घाटी में ब्रह्मगंगा नदी में सुबह छह बजे बाढ़ आ गई। इसमें मां-बेटे की बहने की खबर है। वहीं, एक कैंपिंग साइट भी बाढ़ से प्रभावित हुई है। बताया जा रहा है कि एक अन्य महिला भी लापता है, जिसकी अभी पुष्टि नहीं हुई है।
ब्रह्मगंगा नदी के बढ़ते जलस्तर ने दहशत पैदा की, तो लोग सुरक्षित स्थानों की ओर भागने लगे। इसी बीच मां-बेटा भी सुरक्षित स्थानों की ओर भागने लगे, लेकिन दोनों अचानक बाढ़ में बह गए। प्रशासन ने मौके पर रेस्क्यू टीम भेजी है। लापता लोगों की तलाश जारी है।
देश के सभी प्रमुख राज्यों में बारिश हो रही है। बंगाल की खाड़ी के ऊपर मानसून का तीसरा कम दबाव का क्षेत्र विकसित हो रहा है। इस प्रभाव से उत्तर भारत में शनिवार तक भारी बारिश की संभावना है। देश में 27 जुलाई तक कुल 408.5 मिमी बारिश दर्ज की गई है, जबकि 27 जुलाई तक 413.8 मिमी बारिश दर्ज की गई थी। यानी अब तक मानसूनी बारिश का केवल एक प्रतिशत ही कम हुआ है।