पंजाब नेशनल बैंक घोटाले का आरोपी और भगोड़ा कारोबारी मेहुल चोकसी मामले में डोमिनिका की अदालत में सुनवाई चल रही है और कुछ देर में फैसला भी आने की उम्मीद है। इस फैसले से यहा पता चल जाएगा कि चोकसी को वापस एंटीगुआ भेजा जाएगा या फिर भारतीय एजेंसियों को कस्टडी दी जाएगी। वहीं डोमिनिका की सरकार ने हाईकोर्ट में कहा कि मेहुल चोकसी को भारत को सौंपा जाए।
वहीं सुनवाई शुरू होने से पहले मेहुल की पत्नी प्रीति चोकसी ने न्यूज एजेंसी एएनआई से कहा कि मेरे पति को स्वास्थ्य संबंधी कई समस्याएं हैं। वह एंटीगुआ के नागरिक हैं और उन्हें यहां के संविधान के तहत सभी अधिकार और सुरक्षा का लाभ लेने का हक है। प्रीति ने कहा कि यहां के कानून पर पूरा भरोसा है। हमें उम्मीद है कि मेहुल जल्द से जल्द एंटीगुआ वापस आएंगे। प्रीति ने कहा कि वे डोमिनिका नहीं गए थे बल्कि अगवा किए गए थे।
वहीं मेहुल के वकील विजय अग्रवाल ने कहा कि मीडिया रिपोर्ट में कई बातें फर्जी तरीके से दिखाई जा रही हैं। उन्होंने मेहुल के भाई द्वारा डोमिनिका में विपक्षी पार्टियों से बातचीत को महज अफवाह बताया।
मेहुल की पत्नी ने कहा कि वो महिला मेरे पति को जानती थी, जब वह एंटीगुआ आती थी तो वह मेरे पति से मिलने जाती थी। लेकिन मीडिया में जिस महिला की तस्वीर दिखाई जा रही है उसे मैं नहीं जानती। प्रीति ने कहा कि ये सच है कि मेहुल किसी महिला को डिनर पर लेकर गए थे। जिसके बाद वो महिला चली गई और मेहुल को अगवा कर लिया गया।
प्रीति चोकसी भगोड़े हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी की पत्नी हैं। कथित तौर पर उसका फेसबुक या ट्विटर पर कोई सोशल मीडिया अकाउंट नहीं है। प्रीति चोकसी बिजनेसमैन नीरव मोदी की भी करीबी रिश्तेदार हैं। उनकी एक बेटी है जिसका नाम प्रियंका चोकसी है।
एंटीगुआ के प्रधानमंत्री गैस्टन ब्राउने की एक चिट्ठी सामने आई है, जिसमें कहा गया है कि मेहुल ने नागरिकता से संबंधित जानकारी छिपाई थी। वहीं दूसरी ओर एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि मेहुल चोकसी के बड़े भाई ने मामले को रफा दफा करने के लिए डोमिनिका के विपक्षी नेता को मोटी रकम दी।
14 अक्तूबर, 2019 को लिखे पत्र में ब्राउने ने लिखा था, "मैं एंटीगुआ और बारबुडा नागरिकता अधिनियम, कैप 22 की धारा 8 के मुताबिक एक आदेश देने का प्रस्ताव करता हूं ताकि आपको सामग्री तथ्यों को जानबूझकर छिपाने के आधार पर एंटीगुआ और बारबुडा की नागरिकता से वंचित किया जा सके। मैं आपको एंटीगुआ और बारबुडा नागरिकता अधिनियम की धारा 10 के तहत जांच करने के आपके अधिकार और इस जांच में अपनी पसंद का कानूनी प्रतिनिधित्व प्राप्त करने के अधिकार की भी सलाह देता हूं। आपको इस नोटिस के प्राप्त होने के एक महीने के भीतर जवाब देना होगा।
बता दें कि भगोड़ा कारोबारी मेहुल चोकसी 23 मई की शाम को एंटीगुआ स्थित अपने घर से गायब हो गया था। उसके बाद उसके लापता होने की रिपोर्ट भी दर्ज की गई थी। हालांकि, उसके पहचान के एक शख्स ने दावा किया था कि वो क्यूबा भाग गया है। मेहुल चोकसी एंटीगुआ का नागरिक है और वो पानी के रास्ते भागने की फिराक में था, लेकिन जैसे ही वो डोमिनिका पहुंचा, उसे अधिकारियों ने पकड़ लिया।
एंटीगुआ के प्रधानमंत्री गैस्टन ब्राउने ने रविवार को डोमिनिका की कोर्ट से चोकसी को सीधे भारत भेजने का आग्रह किया था। उन्होंने यह भी आशंका जताई थी कि डोमिनिका में मेहुल गर्लफ्रेंड के चक्कर में पकड़ा गया। वहीं पीएनबी घोटाले का आरोपी चोकसी के वकीलों ने डोमिनिका की कोर्ट में बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका डाली थी। 28 मई को डोमिनिका की अदालत ने चोकसी की याचिका का स्वीकार करते हुए सुनवाई पूरी होने तक उसे देश में ही रखने का आदेश दिया था।