जान बचाने के लिए 6 महीने की मासूम बच्ची को 16 करोड़ रुपए के इंजेक्शन की जरूरत, मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री से गुहार

इस रोग में हाथ-पैर हिलना बंद हो जाते हैं और शरीर पूरी तरह से कमजोर हो जाता है, इस दुर्लभ बीमारी का एक ही इलाज है, जिसका इंजेक्शन सिर्फ अमेरिका में ही उपलब्ध है, और इसकी कीमत 16 करोड़ रुपये है
जान बचाने के लिए 6 महीने की मासूम बच्ची को 16 करोड़ रुपए के इंजेक्शन की जरूरत, मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री से गुहार

डेस्क न्यूज़- मैं समय से पहले की स्थिति से लड़ रही हूं, मैं अपनी उम्र से कई साल बड़ी हूं, ये लाइन मासूम बच्ची पर बिल्कुल फिट बैठती हैं, इसका कारण यह है कि वह लड़की जो अभी केवल 6 महीने की है और वह एक ऐसी बीमारी से जूझ रही है, जो धीरे-धीरे उसकी जिंदगी कम करती जा रही है,जी हां हम बात कर रहे हैं बरेली के मासूम मन्हा की, उन्हें स्पाइनल मस्कुलर एट्रोफी टाइप-1 जैसी घातक बीमारी हो गई है, जिससे बच्ची नसें धीरे-धीरे कमजोर होती जा रही हैं।

इंजेक्शन सिर्फ अमेरिका में ही उपलब्ध है

इस रोग में हाथ-पैर हिलना बंद हो जाते हैं और शरीर पूरी तरह से कमजोर हो जाता है, इस दुर्लभ बीमारी का एक ही इलाज है, जिसका इंजेक्शन सिर्फ अमेरिका में ही उपलब्ध है, और इसकी कीमत 16 करोड़ रुपये है।

मन्हा स्पाइनल मस्कुलर एट्रोफी नामक इस घातक बीमारी से जूझ रही है

बरेली के किला थाना क्षेत्र के जाखीरा निवासी सबा परवीन की 6 माह की बेटी मन्हा स्पाइनल मस्कुलर एट्रोफी नामक इस घातक बीमारी से जूझ रही है, आपको बता दें कि सबा ने पहले बरेली के बड़े डॉक्टरों को अपना बच्ची को दिखाया लेकिन किसी को भी यह बीमारी का पता नहीं लग पाई, जिसके बाद मन्हा को दिल्ली के सर गंगा राम अस्पताल में दिखाया गया, यहां बालिका में बीमारी की पुष्टि हुई।

इंजेक्शन की कीमत 16 करोड़ रुपए

अब इस बच्ची की जान बचाने के लिए लगने वाले इंजेक्शन की कीमत 16 करोड़ रुपए है, ऐसे में सबा के पति ने भी उन्हें छोड़ दिया है लेकिन सबा ने हार नहीं मानी है, वह अपनी बेटी को बचाने के लिए हर संभव कोशिश कर रही है, बच्ची की मां ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उसकी मदद करने और बच्ची का इलाज कराने की अपील की है, इतना ही नहीं बरेली के दोनों सांसदों और बीजेपी के अमला ने भी सीएम योगी आदित्यनाथ से लेकर पीएम नरेंद्र को चिट्ठी लिखकर बच्ची के इलाज की गुहार लगाई है।

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