BCCI: घरेलू क्रिकेटरों की सालाना सैलरी 50 से 70 लाख रुपए तक की जायेगी

बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली की नई योजना के मुताबिक घरेलू क्रिकेटरों की सालाना सैलरी 50 से 70 लाख रुपए हो जाएगी।
BCCI: घरेलू क्रिकेटरों की सालाना सैलरी 50 से 70 लाख रुपए तक की जायेगी

न्यूज़- जब सौरव गांगुली बीसीसीआई के अध्यक्ष बने, तो उन्होंने घरेलू क्रिकेट और घरेलू क्रिकेटरों को अपनी प्राथमिकता बनाया। सौरव गांगुली ने अब बीसीसीआई अधिकारियों से कहा है कि घरेलू क्रिकेटरों को इतना वेतन मिलना चाहिए कि उन्हें क्रिकेट को अपनाने का कभी अफसोस न हो। बीसीसीआई नए वेतन योजना को हरी झंडी देने जा रहा है। इस प्रस्ताव के अनुमोदन पर, घरेलू क्रिकेटरों का वेतन 50 से 70 लाख रुपये सालाना होगा।

इस समय हर घरेलू क्रिकेटर का लक्ष्य किसी भी तरह आईपीएल खेलने का रहता है क्योंकि इसमें अच्छा पैसा मिलता है। स्पोर्ट्सकीड़ा की रिपोर्ट के अनुसार इस साल बीसीसीआई द्वारा घरेलू क्रिकेटरों की सैलरी में बढ़ोतरी की घोषणा के बाद स्थिति बदल जाएगी। प्रशासकों की समिति (CoA) ने घरेलू क्रिकेटरों के वेतन को 200 प्रतिशत बढ़ाने की बात कही थी और बीसीसीआई की मंजूरी के बाद घरेलू क्रिकेटरों को सालाना 50 से 70 लाख रुपए सैलरी मिलेगी। बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने इस बारे में साथी पदाधिकारियों को बता दिया है और इसके लिए बीसीसीआई को अपने राजस्व हिस्सेदारी पैटर्न में बदलाव करना होगा।

बीसीसीआई के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा कि इस बदलाव के बाद रणजी ट्रॉफी खेलना भी आईपीएल की तरह ही हो जाएगा। अभी घरेलू क्रिकेटर आईपीएल को लेकर बेताब रहते हैं लेकिन इस स्थिति में उन्हें घरेलू टूर्नामेंट्स में खेलकर भी मोटी रकम मिलेगी तो वे उसी पर पूरा ध्यान लगाएंगे।

कोरोना वायरस की वजह से एक तरफ दुनियाभर के क्रिकेटरों को वेतन में कटौती का सामना करना पड़ रहा है दूसरी तरफ भारत के घरेलू क्रिकेटरों की सैलरी को बढ़ाए जाने की बात सामने आ रही हैं। ऐसा माना जा रहा है कि कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से उत्पन्न स्थिति के चलते बीसीसीआई ने इस बारे में घोषणा नहीं की हैं। कोरोना वायरस की वजह से बीसीसीआई को भी नुकसान हो रहा है। यदि आईपीएल 2020 को रद्द करना पड़ा तो बीसीसीआई को भारी नुकसान होगा, इसके बावजूद बीसीसीआई अध्यक्ष घरेलू क्रिकेटरों की सैलरी बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध नजर आते हैं।

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