पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री पद को संभालते ही ममता बनर्जी ने केंद्र पर निशाना साधते हुए कहा कि जनता के फैसले को स्वीकार करें और हमें कोविड के प्रति काम करने दें। गुरुवार को ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार से यह बात कही। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्रीय मंत्री बंगाल आकर सांप्रदायिक दंगो को और आग दे रहे हैं।
ममता बनर्जी ने कहा कि हम आपसे अब झगड़ा नहीं करना चाहते हैं। उन्होंने
आगे कहा कि बुधवार को सुबह 10.45 पर मुख्यमंत्री पद की शपथ ली और
शाम सात बजे तक केंद्र की ओर से एक पत्र मिल गया।
उसमें लिखा गया था कि गुरुवार सुबह केंद्रीय टीम बंगाल पहुंच रही है।
उन्होंने कहा कि क्या कभी केंद्रीय टीम ऑक्सीजन और वैक्सीन की कमी के बारे में जानकारी लेने आई?
ममताा बनर्जी ने कहा कि हम आशा करते हैं कि केंद्रीय टीम हाथरस सामूहिक दुष्कर्म के मामले और दिल्ली, उत्तर-प्रदेश में हुई हिंसा के मामले में भी इतनी तेजी दिखाती। ममता बनर्जी ने चुनाव नतीजों के बाद हिंसा में मारे गए 16 लोगों के परिवारों को दो लाख रुपये देने का एलान किया है।
ममता ने आगे कहा कि मैं जानती हूं कि इन पैसों से उनका अपना वापस नहीं आ सकता लेकिन इससे परिवार को थोड़ी राहत जरूर मिलेगी। मृतकों में एक संयुक्ता मोर्चा से थे और बाकी भाजपा और टीएमसी के समर्थक थे। ममताा बनर्जी ने केंद्र सरकार और भारतीय जनता पार्टी से अपील की कि अच्छे विचारों को साझा करें। उन्होंने बताया कि मौजूदा समय में बहुत सारे फर्जी वीडियोज सर्कुलेशन में है।
ममताा बनर्जी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के सभी मुख्यमंत्री मेरे खिलाफ बोल रहे हैं। उन्होंने कहा कि असम के भाजपा नेताओं का कहना है कि बंगाल से त्रस्त होकर लोग असम में आते हैं। हालांकि इस पर ममता का कहना है कि जब भी असम में कुछ बवाल मचता है तो वहां के लोग बंगाल की तरफ दौड़ते हैं।
ममता कहा कि कूचबिहार में भाजपा ने सबसे ज्यादा सीटें जीती हैं। ममता कहा कि जहां भाजपा जीती है, वहीं सबसे ज्यादा हिंसा हुई है।