गुरुग्राम में बडा घोटाला, नियमों को ताक पर रख चला रहे थे फर्जी कॉल सेंटर

पुलिस की मानें तो जिला में लॉकडाउन नियम लागू है लेकिन बावजूद इसके इस होटल के 35 कमरों को बुक कर कमरों से ही कॉल सेंटर को ऑपरेट किया जा रहा था,
गुरुग्राम में बडा घोटाला, नियमों को ताक पर रख चला रहे थे फर्जी कॉल सेंटर

न्यूज – हरियाणा के गुरुग्राम में पुलिस की साइबर सेल ने पांच सितारा होटल पर रेड कर नियमों को ताक पर रख कॉल सेंटर चलाये जाने का भंडाफोड़ किया है, पुलिस की मानें तो जिला में लॉकडाउन नियम लागू है लेकिन बावजूद इसके इस होटल के 35 कमरों को बुक कर कमरों से ही कॉल सेंटर को ऑपरेट किया जा रहा था, होटल में कोरोना महामारी को लेकर दी गई किसी भी गाइडलाइंस की पालन नहीं हो रहा था।

कमरों में बैठे कॉल सेंटर के कर्मचारियों में से कोई सोशल डिस्टेंस का पालन नहीं कर रहा था और किसी शख्स ने मुंह पर कोई मास्क तक नहीं पहना हुआ था, इस मामले में एसीपी साइबर क्राइम की मानें तो पुलिस ने कंपनी के मालिक, ऑपरेशन मैनेजर, पांच सितारा होटल के जरनल मैनेजर को गिरफ्तार कर मामले की तफ़्तीश शुरू कर दी है।

एसीपी साइबर क्राइम की मानें तो वैसे तो इस कंपनी सबुरी टीएलसी वर्ल्ड वाइड सर्विसेज का ऑफिस सोहना रोड पर है, यह कंपनी यूएसए में टेक्निकल सपोर्ट के तौर पर सर्विस देती आ रही थी, लेकिन नियमों को ताक पर बिना किसी जानकारी या परमिशन के इसने अपना ऑफिस अवैध तौर पर इस होटल के कमरों में बनाया हुआ था

पुलिस ने मौके से मिले डाटा को खंगाल रही है। पुलिस ने मौके से मिले कर्मचारियों को छोड़ दिया जबकि के सबुरी टीएलसी वर्ल्डवाइड सर्विसेस प्राइवेट लिमिटेड के तकनीकी प्रभारी दीपक चौबे, सेक्टर-70 निवासी नवीन कुमार शर्मा (एडमिन हेड), सेक्टर-67 निवासी सिद्धार्थ ठाकुर (निदेशक), सेक्टर-4 निवासी अपूर्व गोस्वामी (ऑपरेशन हेड), सेक्टर-63ए निवासी अनुज जैन (मालिक व 80 प्रतिशत शेयर होल्डर), द्वारका दिल्ली निवासी अंकुर तलवार (निदेशक, राजस्व) पर लॉकडाउन नियमों का उल्लंघन समेत अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने इस संबंध में होटल प्रबंधन से पूछताछ की लेकिन वो कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे सकें पुलिस ने होटल के जनरल मैनेजर दिल्ली के न्यू राजेंद्र नगर निवासी नमित विज को भी गिरफ्तार कर लिया। इन सभी की बाद में जमानत मिल गई

हालांकि सबसे बडा सवाल ये है कि पुलिस ने इन सभी पर घोटाले का केस दर्ज क्यों नहीं किया?

"सबुरी टीएलसी वर्ल्ड वाइड सर्विस प्राइवेट लिमिटेड के कर्मचारी (होटल के) अंदर और बाहर जा रहे थे और उनकी मेडिकल जाँच नहीं की गई थी।  होटल में कंपनी के 100 से अधिक अधिकारी रह रहे थे।  संदिग्धों ने शीर्ष प्रबंधन के लिए बिजनेस क्लास रूम और अधिकारियों के लिए प्रीमियम कमरे बुक किए थे, "उन्होंने कहा।

सहायक पुलिस आयुक्त (डीएलएफ) करण गोयल ने कहा, "हमने कुछ ईमेल प्राप्त किए हैं जहाँ कंपनी ने होटल को कमरे आरक्षित करने के लिए लिखा था और उल्लेख किया था कि वे वहाँ से काम करेंगे।  महाप्रबंधक ने जवाब दिया कि वे कॉन्फ्रेंस हॉल प्रदान करने में सक्षम नहीं हैं, लेकिन अपने कार्यस्थानों और लैपटॉप के लिए कमरों को LAN केबल प्रदान किए थे"

पुलिस ने दस्तावेजों के साथ होटल के कमरों से चार लैपटॉप, नौ वर्कस्टेशन और पांच मोबाइल फोन जब्त किए हैं।

तकरीबन 50 कर्मचारी इन कमरों में 5/6 के ग्रुप्स में काम कर रहे थे, एसीपी साइबर क्राइम करण गोयल की मानें तो पुलिस ने इस कंपनी के मालिक अनुज जैन जो कि 80 प्रतिशत के शेयर होल्डर है के साथ साथ कंपनी के सीटीओ डायरेक्टर सिद्धार्थ, ऑपरेशन हेड अपूर्व, डायरेक्टर अंकुश, कंपनी के एडमिन नवीन, टेक्निकल हेड और पांच सितारा होटल के जरनल मैनेजर नामित के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर इन्हें गिरफ्तार कर लिया.,हालांकि बाद में इन्हें जमानत पर छोड़ दिया गया।

Related Stories

No stories found.
logo
Since independence
hindi.sinceindependence.com