डेस्क न्यूज – कोरोना वैक्सीन के आने पर राहत के बीच एक नया संकट गहरा रहा है।
देश के कई राज्यों में बर्ड फ्लू फैल गया है।
राजस्थान, मध्य प्रदेश, हिमाचल और केरल के बाद बर्ड फ्लू से घबराहट हुई है, जिसे देखते हुए राज्य सरकारों ने अलर्ट जारी किया है।
केरल ने इसे राज्य आपदा घोषित किया है।
हरियाणा के बरवाला इलाके में रहस्यमयी मुर्गियों के मरने से इलाके में एवियन फ्लू का डर है।
यहां लगभग एक लाख मुर्गे और मुर्गियों की मौत हो चुकी है। मुर्गियों को रहस्यमय तरीके से मारने की प्रक्रिया 5 दिसंबर से शुरू हुई थी।
बता दें कि बरवाला क्षेत्र में 110 मुर्गी फार्मों में से लगभग दो दर्जन खेतों में मुर्गियों की रहस्यमय तरीके से मौत हो चुकी है।
मुर्गियों की मौत के बाद अब पंचकूला जिला प्रशासन हरकत में आ गया है।
राज्य के पशुपालन विभाग ने प्रभावित खेतों में पाए गए मृत मुर्गियों के 80 नमूने एकत्र किए हैं और उन्हें जांच के लिए जालंधर के क्षेत्रीय रोग निदान प्रयोगशाला में भेजा है।
गुजरात के जूनागढ़ में भी बर्ड फ्लू का खतरा देखा गया
गुजरात के जूनागढ़ में भी बर्ड फ्लू का खतरा देखा गया है।
यहां, मानवादर तहसील के बटवा के पास, 53 पक्षियों को मृत हालत में मिलने के लिए हड़कंप मच गया।
मृत अवस्था में पक्षियों के पाए जाने की सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम
वन विभाग की टीम भी मौके पर पहुंची और बड़ी संख्या में मृत अवस्था में पाए गए पक्षियों के कारण सभी पक्षियों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है ।
वन विभाग को डर है कि इन पक्षियों की मौत बर्ड फ्लू के कारण हो सकती है।
राजस्थान के कई जिलों में बर्ड फ्लू के मामले भी पाए गए हैं
राजस्थान के कई जिलों में बर्ड फ्लू के मामले भी पाए गए हैं।
झालावाड़ में पहली बार बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई।
यहां सैकड़ों कौवे मारे गए थे।
जिसके बाद अब कोटा, पाली, जयपुर, बारां, और जोधपुर में भी कौवे की मौत की खबरें तेजी से आ रही हैं।
पहली बार 25 दिसंबर को झालावाड़ में कौवे के मरने की सूचना मिली थी, जिसके बाद 27 दिसंबर को मौत के कारणों की जांच के लिए भोपाल की लैब में नमूने भेजे गए थे।
जांच के दौरान बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई।
इसके बाद, राज्य में कौवे की मौत की लगातार खबरें आ रही हैं।
पशुपालन निदेशालय में, विभागाध्यक्ष, पशुपालन विभाग के प्रमुख लाल मीणा और सचिव आरुषि मलिक ने अधिकारियों की बैठक ली और बर्ड फ्लू को रोकने के लिए सभी प्रबंध किए और बंद करने का निर्देश दिया।
मध्य प्रदेश: दो जिलों में बर्ड फ्लू की पुष्टि, पूरे प्रदेश में अलर्ट
मध्य प्रदेश में अब तक 200 से ज्यादा पक्षियों की मौत हो चुकी है।
इंदौर, मंदसौर, आगर, खरगोन, उज्जैन, देवास, नीमच और सीहोर में कौए मृत मिले हैं।
इनमें इंदौर और मंदसौर की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। सभी जिलों को अलर्ट किया गया है।
मध्य प्रदेश में 23 दिसंबर से 3 जनवरी तक 376 कौवे मारे गए हैं। इनमें सबसे ज्यादा 142 मौतें इंदौर में हुईं।
इसके अलावा मंदसौर में 100, आगर-मालवा में 112, खरगोन जिले में 13, सीहोर में 9 मौतें हुई हैं।
पशुपालन मंत्री प्रेम सिंह पटेल ने ‘आज तक ’से बात करते हुए कहा कि कौवों के नमूने भोपाल के राज्य DI में हैं।
लैब भेजे गए हैं।
हिमाचल: अब तक 2000 से ज्यादा पक्षियों की मौत
हिमाचल प्रदेश के पौंग डैम वेटलैंड में मृतक पक्षियों का आंकड़ा 2000 के पार हो गया है।
यहां पहला मामला 28 दिसंबर 2020 को सामने आया था।
बर्ड फ्लू की पुष्टि होने के बाद यहां पौंग डैम के आसपास एक किलोमीटर का क्षेत्र रेड जोन और नौ किलोमीटर का क्षेत्र सर्विलांस जोन बनाया गया है।
दक्षिण में फ्लू ने दी दस्तक
उत्तर और मध्य भारत के राज्यों में, जहां बर्ड फ्लू बढ़ रहा है, दक्षिण में फ्लू ने दस्तक दे दी है। केरल के अलप्पुझा और कोट्टायम जिलों में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है।
बर्ड फ्लू के मामलों पर प्रशासन को सतर्क कर दिया गया है, दोनों जिलों में नियंत्रण कक्ष स्थापित किए गए हैं और दोनों जिलों में क्यूआरटी क्विक रिएक्शन टीमें तैनात की गई हैं।
बता दें कि दिसंबर के आखिरी हफ्ते में दोनों जिलों में कई बत्तख मृत पाई गईं थीं। भोपाल के लैब में 8 सैंपल भेजे गए, जिनमें से 5 में फ्लू का पता चला।
अब तक लगभग 1700 बत्तखों की मौत हो चुकी है।
झारखंड में एहतियाती कदम उठाते हुए अलर्ट जारी किया गया है
लोगों से अपील की गई कि यदि कोई पक्षी अप्राकृतिक तरीके से मर जाता है,
तो इसकी सूचना तुरंत पशुपालन विभाग को दी जानी चाहिए।
इसके साथ ही पक्षी के विसरा की जांच के लिए लैब भेजा जाना चाहिए।
कुल मिलाकर, बर्ड फ्लू कई राज्यों में कई उत्तर से मध्य और दक्षिण भारत तक फैल गया है।
इन राज्यों में प्रशासन अलर्ट पर है।
अन्य राज्य भी सावधानी बरत रहे हैं।