डेस्क न्यूज़- विधानसभा के बजट सत्र में सरकार को घेरने के लिए भाजपा विधायक दल की बैठक में पूर्व सीएम वसुंधरा राजे की गैर मौजूदगी की रणनीति पर मंथन हुआ। विधानसभा की लॉबी में नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया की अध्यक्षता में विधायक दल की बैठक हो रही है। बैठक में भाजपा विधायक सतीश पूनिया, विपक्ष के उप नेता राजेंद्र राठौड़ और पार्टी के विधायक मौजूद हैं। वसुंधरा राजे ने पारिवारिक कारणों से व्यस्त होने का हवाला देते हुए उपस्थित होने में असमर्थता जताई। इससे पहले, राजे भाजपा कोर कमेटी की बैठक में भी शामिल नहीं हुई थीं।
कई मुद्दों पर भाजपा की गहलोत सरकार को घेरने की तैयारी
विधानसभा के बजट सत्र में गहलोत सरकार को घेरने के लिए भाजपा विधायकों ने अभी से तैयारी शुरू कर दी है। विधायकों ने भी सरकार से कई सवाल पूछे हैं। विधायकों ने सरकार की क्षेत्रीय समस्याओं और विफलताओं का विवरण भी तैयार किया है। विधायक दल की बैठक सरकार के आसपास के मुद्दों की पहचान करेगी। सबसे बड़े मुद्दे रोजगार, बिजली और किसान हैं। भाजपा किसानों और उनकी समस्याओं पर सरकार को घेरेगी। किसान कर्ज माफी के अधूरे वादे पर सवाल उठेंगे। इसके अलावा, किसानों के ट्यूबवेल पर लोड फैक्टर का हवाला देकर मनमानी वीसीआर भरने का मुद्दा भी विधानसभा में उठेगा। विधानसभा सत्र के दौरान विधायक दल की बैठक में पार्टी के प्रबंधन पर चर्चा होगी।
भाजपा में तालमेल बनाए रखने की चुनौती
भाजपा विधायक दल में एकजुटता की कमी ने पार्टी के रणनीतिकारों को सोचने पर मजबूर कर दिया है। विधायकों में खेमेबंदी कई मौकों पर स्पष्ट रूप से दिखाई देते हैं। राजनीतिक पर्यवेक्षकों का कहना है कि सदन में कई ऐसे मौके आए हैं जब पूर्व सीएम वसुंधरा राजे और आरएसएस से जुड़े विधायकों के बीच तालमेल की कमी है। इस वजह से कई बार भाजपा पिछले सत्रों में सरकार को घेर नहीं पाई।