विधायक आकाश विजयवर्गीय की जमानत याचिकाओं पर सुनवाई भोपाल की विशेष अदालत में पूरी हो गई है। विशेष न्यायाधीश सुरेश सिंह ने दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद फैसला सुरक्षित रख लिया है। ऐसी जानकारी सामने आई कि केस डायरी में पुलिस ने भाजपा विधायक आकाश विजयवर्गीय के खिलाफ दो धाराएं बढ़ाई थीं। सरकारी कर्मचारी के उत्पीड़न के अलावा, सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का आरोप है। इससे पहले आज सुबह, तीन पुलिसकर्मी इंदौर के एमजी रोड स्टेशन से केस डायरी लेकर भोपाल पहुंचे।
जिला अदालत में आकाश विजयवर्गीय की जमानत याचिका पर सुनवाई के दौरान कांग्रेस और शिवसेना के वकील भी पहुंचे। उन्होंने कहा कि आकाश विजयवर्गीय एक जनप्रतिनिधि हैं, जो कानून बनाते हैं, अगर ये लोग कानून तोड़ेंगे तो इससे लोगों में बुरा संदेश जाएगा। वहीं, सरकार के वकील ने भी जमानत का विरोध किया और कहा कि भाजपा विधायक आकाश विजयवर्गीय को जमानत नहीं दी जा सकती। भाजपा विधायक के वकील ने उनके पक्ष में तर्क दिया कि कानून के लिए जन प्रतिनिधि और सामान्य नागरिक सभी समान हैं। जिन मामलों में हमारे खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है वे सुरक्षित हैं। इसलिए जमानत दी जाए। दोनों पक्षों की दलीलें सुनकर अदालत ने अपना फैसला सुरक्षित रख लिया है।