राजस्थान उपचुनाव के लिए भाजपा-कांग्रेस ने घोषित किए प्रत्याशी,जाने किसको कहा से मिली टिकिट ?

वल्लभ नगर से प्रीति शक्तावत और धरियावद से नगराज मीणा को मैदान में उतारा गया है।
राजस्थान उपचुनाव के लिए भाजपा-कांग्रेस ने घोषित किए प्रत्याशी,जाने किसको कहा से मिली टिकिट ?

राजस्थान में फिर से चुनाव की रणभेरी बज चुकी है वही अब बीजेपी और कांग्रेस में अपनी अपनी नाक की आन की बात सामने आने लगी है की इस उपचुनाव में आखिर कौन बाजी मारेगा लेकिन राजस्थान में एक तरफ राजनीती की भी दूसरी अलग ही हवा चल रही है। जिसमे दोनों पार्टीयो के अपने ही दल में अलग अलग गुट की राजनीती तेज हो रही है की आखिर किस के वर्चस्व से पार्टी को जीत मिलेगी।

वही वल्लभ नगर और धरियावद सीट पर होने वाले विधानसभा उपचुनाव के लिए भाजपा-कांग्रेस ने उम्मीदवार की घोषणा कर दी है। गुरुवार सुबह पहले भाजपा ने वल्लभ नगर से हिम्मत सिंह झाला और धरियावद से खेत सिंह मीणा के नाम की घाेषणा की। इसके बाद कांग्रेस ने भी दोनों सीटों से उम्मीदवार के नाम घोषित कर दिए। वल्लभ नगर से प्रीति शक्तावत और धरियावद से नगराज मीणा को मैदान में उतारा गया है। इन दोनों सीटों पर 30 अक्टूबर को चुनाव होने है। 8 अक्टूबर को नामांकन की अंतिम तारीख है।

कांग्रेस ने सहानुभूति फैक्टर का फायदा लेने की प्रीति को वल्लभ नगर से उम्मीदवार बनाया है।

भाजपा ने धरियावद में दिवंगत विधायक गौतम लाल मीणा के परिवार से किसी को टिकट नहीं दिया है। गौतम मीणा के परिवार से कन्हैयालाल मीणा प्रबल दावेदार थे। दिवंगत विधायक के परिवार से किसी को टिकट देने की जगह नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया के समर्थक खेत सिंह मीणा को टिकट दिया है। इसी तरह कांग्रेस ने दिवंगत कांग्रेस विधायक गजेंद्र सिंह शक्तावत की पत्नी प्रीति शक्तावत को मैदान में उतारा है। यहां से गजेंद्र सिंह के भाई भी टिकट की दावेदारी कर रहे थे। लेकिन कांग्रेस ने सहानुभूति फैक्टर का फायदा लेने की प्रीति को वल्लभ नगर से उम्मीदवार बनाया है।

वल्लभनगर सीट कांग्रेस विधायक गजेंद्र सिंह शक्तावत के जनवरी में कोरोना से निधन के कारण खाली हुई थी

भाजपा ने वल्लभ नगर में गुलाबचंद कटारिया के समर्थक को टिकट नहीं दिया है। यहां से हिम्मत सिंह झाला को टिकट देकर भाजपा ने नया दांव चला है। यहां भारी विवाद के बाद टिकट तय हुआ है। पहले यहां से पूर्व विधायक रणधीर सिंह भींडर की पत्नी को टिकट देने की चर्चा थी, लेकिन कटारिया के विरोध के कारण उन्हें टिकट नहीं दिया। अब भींडर की पत्नी भी निर्दलीय चुनाव मैदान में हैं, इस वजह से वल्लभ नगर में त्रिकोणीय मुकाबला तय है।

वल्लभनगर सीट कांग्रेस विधायक गजेंद्र सिंह शक्तावत के जनवरी में कोरोना से निधन के कारण खाली हुई थी। गजेंद्र सिंह शक्तावत सचिन पायलट खेमे के विधायक थे।

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