जम्मू में ड्रोन देखे जाने की घटनाएं सामने आ रही हैं, जम्मू-कश्मीर के अरनिया सेक्टर में एक बार फिर ड्रोन देखा गया है। यह पाकिस्तानी ड्रोन सुबह 4.25 बजे अंतरराष्ट्रीय सीमा में घुसने की कोशिश कर रहा था। लेकिन बीएसएफ की फायरिंग के बाद वह वापस लौट आया। बीएसएफ का कहना है कि ये निगरानी के लिए सीमा पर भेजा गया था।
इस बीच पाकिस्तान के इस्लामाबाद में भारतीय उच्चायोग के ऊपर एक ड्रोन भी मंडरा रहा है।
बताया जा रहा है कि यह ड्रोन उच्चायोग में चल रहे राजनयिक कार्यक्रम की जानकारी जुटाने की कोशिश कर रहा था। भारत ने इसे सुरक्षा में बड़ी चूक बताया है और इस पर आपत्ति जताई है।
जम्मू की बात करें तो यहां 7 दिनों में चौथी ड्रोन गतिविधि हुई है। पहला आतंकी हमला शनिवार रात जम्मू एयरबेस पर ड्रोन से किया गया था। इसमें वायुसेना के दो जवानों को मामूली चोटें आईं और एक इमारत की छत क्षतिग्रस्त हो गई। इसके बाद ड्रोन को रविवार रात जम्मू के कालूचक मिलिट्री बेस पर भी देखा गया। तभी सोमवार देर रात सुंजवां मिलिट्री स्टेशन के पास एक संदिग्ध ड्रोन नजर आया।
लगातार ड्रोन गतिविधि के बाद सरकार सतर्क हो गई है और काउंटर ड्रोन नीति बनाने पर काम शुरू कर दिया है। यह फैसला मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई एक उच्च स्तरीय बैठक में लिया गया। इस बैठक में पूरे जम्मू और पंजाब क्षेत्र में काउंटर ड्रोन सिस्टम की स्थायी तैनाती की आवश्यकता पर चर्चा की गई।