डेस्क न्यूज़- राजस्थान में पेट्रोल-डीजल की कीमतें हर दिन नए रिकॉर्ड तोड़ रही हैं। घरेलू तेल कंपनियों ने गुरुवार को एक बार फिर पेट्रोल-डीजल के दामों में लगातार दूसरे दिन बढ़ोतरी की है। तेल कंपनियों ने आज पेट्रोल की कीमतों में 36 पैसे और डीजल में 38 पैसे की बढ़ोतरी की। जिसके बाद पेट्रोल-डीजल के नए दाम लागू होने के बाद जयपुर में 1 लीटर डीजल की कीमत 106.85 रुपये हो गई है, जबकि पेट्रोल 115.57 रुपये के भाव पर पहुंच गया है। इतिहास में ऐसा पहली बार हो रहा है जब पेट्रोल-डीजल के दाम एक महीने में 21 बार बढ़े हैं।
बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड फिलहाल 85 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा है। जो अगले तीन से छह महीने में 100 डॉलर प्रति बैरल तक जा सकता है। जब यह 100 डॉलर तक पहुंच जाएगा, तो घरेलू बाजार में पेट्रोल और डीजल मौजूदा कीमतों से 8-10 रुपये प्रति लीटर महंगा हो जाएगा। इससे राजस्थान और मध्य प्रदेश जैसे अधिक वैट वाले राज्यों में कीमतों में और इजाफा होगा।
इराक के तेल मंत्री एहसान अब्दुल जब्बारी के मुताबिक, अगले साल की पहली और दूसरी तिमाही के बीच कच्चा तेल 100 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच जाएगा। ब्रेंट ($85) की मौजूदा कीमत एक साल पहले ($42.5) से दोगुनी है। इससे भारत की मुश्किलें और बढ़ गई हैं, जो अपनी जरूरत का करीब 85 फीसदी कच्चे तेल का आयात करता है। यहां आयात बढ़ाना पड़ सकता है।
राजस्थान में, केंद्र सरकार ने पिछले 18 महीनों में वैट के रूप में केंद्रीय उत्पाद शुल्क और राज्य सरकार ने कई बार वृद्धि की है। जिसके बाद राज्य सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर 2 फीसदी वैट में भी राहत दी थी। लेकिन पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों पर लगाम लगाने में सरकार की राहत फिलहाल नाकाम साबित हो रही है। ऐसे में अब आम आदमी भी केंद्र सरकार से उत्पाद शुल्क में कमी की उम्मीद कर रहा है। ताकि पेट्रोल-डीजल के दाम कम किए जा सकें।