डेस्क न्यूज़- पीएम मोदी ने एक ब्लॉग लिखा है। इस ब्लॉग में उन्होंने बताया है कि कैसे केंद्र सरकार और राज्य सरकारों ने कोरोना काल में कोरोना वायरस की चुनौती का सामना किया। उन्होंने कहा है कि जब दुनिया में वित्तीय संकट था, तब भी भारतीय राज्य 2020-21 के दौरान 1.06 लाख करोड़ रुपये की अतिरिक्त उधारी हासिल करने में सक्षम थे।
उन्होंने कहा है कि सरकार कोरोना से निपटने के लिए आर्थिक कदम उठाते हुए कोशिश थी कि बड़े या छोटे सबके लिए एक जैसा समाधान न हो। उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर भारत पैकेज की घोषणा मई 2020 में की गई थी। इससे 2020-21 में राज्यों को अतिरिक्त कर्ज मिला। राज्यों को सकल घरेलू उत्पाद का 2 प्रतिशत तक उधार लेने की अनुमति दी गई थी, जिसमें से 1 प्रतिशत इस शर्त पर दिया गया था कि राज्य कुछ आर्थिक सुधार करेंगे।
In May 2020, as part of Aatmanirbhar Bharat package, Govt of India announced that State Govts would be allowed enhanced borrowing for 2020-21. An extra 2% of GSDP was allowed, of which 1% was made conditional on implementation of certain economic reforms: PM Modi in a blog (1/2) pic.twitter.com/hTX7pgqEzf
— ANI (@ANI) June 22, 2021
पीएम मोदी के मुताबिक केंद्र और राज्यों की भागीदारी से संसाधनों की उपलब्धता में बढ़ोतरी संभव हो पाई है। उन्होंने लिखा है कि कोरोना दुनिया भर की सरकारों और नीति निर्माताओं के लिए नई चुनौतियां लेकर आया है। भारत में भी ऐसा ही हुआ। भारत के सामने चुनौती अर्थव्यवस्था को स्थिर रखने और लोक कल्याण के लिए संसाधन जुटाने की थी।