डेस्क न्यूज़- वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज नेशनल मोनेटाइजेशन पाइपलाइन (एनएमपी) योजना को लेकर सरकार पर विपक्षी दलों के हमलों पर भड़क गई। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार पारदर्शिता और राष्ट्रहित से समझौता नहीं करेगी। विपक्षी दल सरकार पर मुद्रीकरण के नाम पर देश की कीमती संपत्ति बेचने का आरोप लगा रहे हैं।
वित्त मंत्री ने अपने ट्वीट में मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस पर खास निशाना साधा। उन्होंने कहा कि गुपचुप तरीके से काम करना कांग्रेस की कार्यशैली है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार जो भी काम करती है, देश की भलाई के लिए करती है। सीतारमण ने कहा कि उनकी सरकार दूरदर्शी और कल्याणकारी सुधारों को लागू करने के लिए प्रतिबद्ध है।
राष्ट्रीय मुद्रीकरण पाइपलाइन (एनएमपी) योजना पर सरकार कह रही है कि इस योजना के तहत वह उन संपत्तियों का मोनेटाइज करना चाहती है, जिन पर काफी खर्च किया गया है, लेकिन उनसे पूरी आमदनी नहीं हो रही है। मोनेटाइज के कारण उनका रखरखाव ठीक से होगा और इसकी पूरी लागत वसूल की जाएगी और अर्थव्यवस्था को लाभ पहुंचाने वाली अन्य योजनाओं में पैसा लगाया जा सकता है।
वित्त मंत्री ने हाल ही में वित्तीय वर्ष 2022-25 तक चार साल में 6 लाख करोड़ रुपये जुटाने के लिए राष्ट्रीय मुद्रीकरण पाइपलाइन (एनएमपी) की घोषणा की है। इसके जरिए रेलवे, बिजली से लेकर सड़क तक जैसे बुनियादी ढांचा क्षेत्रों में सरकारी संपत्तियों का मुद्रीकरण किया जाएगा। इन्हें बेचा नहीं जाएगा बल्कि एक निश्चित अवधि के लिए निजी क्षेत्र को लीज पर दिया जाएगा। इसके बदले में सरकार को एकमुश्त राशि मिलेगी, जिसे अन्य बुनियादी ढांचा योजनाओं पर खर्च किया जा सकता है।