डेस्क न्यूज़- हवाई यात्रा करने वालों को अब ज्यादा किराया देना होगा। नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने अब न्यूनतम और अधिकतम किराए की सीमा बढ़ा दी है। इससे एयरलाइंस किराया बढ़ा सकती है। न्यूनतम किराए में 10% और अधिकतम 13% की वृद्धि होगी। दरअसल, पिछले साल मई में देशव्यापी लॉकडाउन के बाद सरकार ने हवाई किराए की सीलिंग तय की थी। ऐसा इसलिए किया गया क्योंकि तब कम संख्या में उड़ानें चल रही थीं। इस वजह से कंपनियां टिकट के लिए ज्यादा पैसे वसूल रही थीं। अब जबकि लॉकडाउन में ढील दी गई है और हवाई यात्रियों की संख्या भी बढ़ रही है, सरकार ने यह सीमा बढ़ा दी है।
सरकार ने न्यूनतम किराए में 9.83 फीसदी की बढ़ोतरी करने का फैसला किया है। अधिकतम किराए में 12.82% की वृद्धि की गई है। उड्डयन मंत्रालय ने गुरुवार देर रात एक आदेश जारी कर यह जानकारी दी है। निचली सीमा यानी सरकार द्वारा लगाई गई न्यूनतम किराया सीमा का उद्देश्य कंपनियों की मदद करना था। अधिकतम किराया सीमा का मकसद यात्रियों की मदद करना था।
मंत्रालय के आदेश के मुताबिक अब 40 मिनट के सफर का न्यूनतम किराया 2900 रुपये होग। पहले यह 2,600 रुपये था। इसी अवधि के लिए अधिकतम किराया अब 8,800 रुपये होगा। पहले यह 7,700 रुपये था। इसी तरह 40-60 मिनट की उड़ान के लिए न्यूनतम किराया 3,700 रुपये होगा। पहले यह 3,300 रुपये था। अधिकतम किराया 11,000 रुपये होगा। पहले यह 9,500 रुपये था।
डेढ़ घंटे की उड़ान का न्यूनतम किराया अब 4,500 रुपये होगा। इसमें 12.5 फीसदी की बढ़ोतरी की गई है। इसका अधिकतम किराया 13,200 रुपये होगा। इसमें भी 12.82 फीसदी की बढ़ोतरी हुई। इसी तरह डेढ़ घंटे से अधिक यानी 90-120 मिनट की उड़ान के लिए न्यूनतम किराया 4,700 रुपये के बजाय 5,300 रुपये और 120-150 मिनट की उड़ान का न्यूनतम किराया 6,100 के बजाय 6,700 रुपये होगा। 150 से 180 मिनट की यात्रा के लिए न्यूनतम किराया 7,400 के बजाय 8,300 रुपये और 180 से 210 मिनट की उड़ान के लिए 8,700 के बजाय 9,800 रुपये होगा।
120-150 मिनट की उड़ान के लिए न्यूनतम किराया 6,700 रुपये निर्धारित किया गया है। इन सभी दूरियों की उड़ानों के लिए अधिकतम किराए की सीमा को 12.3 से बढ़ाकर 12.39% कर दिया गया है। साथ ही, इस किराए में यात्री सुरक्षा शुल्क, हवाईअड्डा उपयोगकर्ता विकास शुल्क और जीएसटी शामिल नहीं है। यानी इस मूल किराए के बाद यात्रा के लिए अधिक पैसे देने होंगे।
जुलाई के अंतिम सप्ताह की तुलना में अगस्त के पहले सप्ताह में देश में हवाई यात्रियों की संख्या में 36 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। वृद्धि का मुख्य कारण आर्थिक गतिविधि और कम किराया हैं। कई एयरलाइंस कम दरों पर एडवांस टिकट बुक कर रही हैं। अन्य देशों में भी रिकवरी दिख रही है।