आने वाले दिनों में मारुति सुजुकी अपनी सस्ती गाड़ियों जैसे ऑल्टो, वैगनआर, एस-प्रेसो को बंद कर सकती है। दरअसल कंपनी सरकार के हर गाड़ियों में कम से कम 6 एयरबैग अनिवार्य करने के फैसले के बाद ऐसा कदम उठा सकती है।
मारुति सुजुकी का यह कदम देश के मिडिल क्लास वर्ग के लिए बुरी खबर साबित हो सकता है।
मारुति सुजुकी कंपनी के चेयरमैन आर सी भार्गव ने कहा है कि सरकार की पॉलिसी का असर उसकी छोटी कारों पर पड़ रहा है। ऐसे में कंपनी आने वाले दिनों में इन कारों को बंद करने में संकोच नहीं करेगी।
बता दें कि हर कार में 6 एयरबैग के नियम के चलते मारुति की सस्ती हैचबैक आम लोगों के बजट के बाहर चली जाएगी। ऐसे में कंपनी इन्हें बंद करने पर भी विचार कर रही है।
आर सी भार्गव ने एक मीडिया पब्लिकेशन को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि परिवहन मंत्री नितिन गडगरी द्वारा 6 एयरबैग्स के नियम को लागू करने के फैसले से छोटी हैचबैक कारों की कीमतें तो बढ़ जाएंगे, लेकिन इससे रोड एक्सीडेंट के मुद्दे से निपटने में कोई मदद नहीं मिलेगी।
रोड एक्सीडेंट में मरने वाले लोगों की संख्या को कम करने के लिए सरकार को कुछ और ही सोचना होगा। उन्होंने कहा कि वैसे भी हमारी कंपनी कॉम्पैक्ट कार सेलिंग से कोई लाभ नहीं कमाती हैं।
परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि हमने गाड़ियों में कम-से-कम छह एयरबैग अनिवार्य करने का निर्णय किया है। सरकार के इस निर्णय का मकसद लोगों के जीवन को बचाना चाहते हैं।
आगे उन्होंने कहा कि, ''हमें इसके लिये वाहन उद्योग समेत सभी पक्षों से सहयोग की जरूरत है।'' गडकरी ने बताया कि हर साल देश में होने वाले पांच लाख सड़क हादसों में करीब 1.5 लाख लोगों अपनी जान गवा देते है। मौत के इस आंकड़े को कम करने के लिए ही सरकार ने यह फैसला लिया है।