चाइनीज शाओमी की भारतीय यूनिट पर ED का एक्शन, 5 हजार करोड़ से ज्यादा की संपत्ति जब्त

चीनी कंपनी की भारतीय यूनिट श्याओमी टेक्नोलॉजी इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के 5,551.27 करोड़ जब्त किए हैं। विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम के प्रावधानों के तहत ईडी ने बड़ी कार्रवाई की है।
चाइनीज शाओमी की भारतीय यूनिट पर ED का एक्शन, 5 हजार करोड़ से ज्यादा की संपत्ति जब्त
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चीनी कंपनी की भारतीय यूनिट श्याओमी टेक्नोलॉजी इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के 5,551.27 करोड़ जब्त किए हैं। विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम के प्रावधानों के तहत ईडी ने बड़ी कार्रवाई की है।

ईडी (enforcement directorate) ने विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम के प्रावधानों के तहत चीनी कंपनी की भारतीय यूनिट श्याओमी टेक्नोलॉजी इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के 5,551.27 करोड़ जब्त किए हैं।

शनिवार को इस मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए ईडी ने बैंक खातों में जमा शाओमी इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के 5551.27 करोड़ रुपये जब्त कर लिए।
इस संबंध में जारी एक बयान में कहा गया कि ईडी ने कंपनी द्वारा किए गए गोरखधंधे में विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम, 1999 के तहत इस कार्रवाई को अंजाम दिया है।

भारत से चाइना की कंपनियों को पैसा भेज रही थी कंपनी

ईडी के सूत्रों ने कहा कि कंपनी पहले ही चीन में अपने समूह की कंपनियों को पैसे का एक बड़ा हिस्सा भेज चुकी है।

शेष राशि एचएसबीसी, सिटी बैंक, आईडीबीआई और ड्यूश बैंक में पड़ी थी। रॉल्टी राशि उसके चीनी मूल ग्रुप के निर्देश के आधार पर भेजी गई। सूत्र ने कहा कि एक निश्चित राशि दो और असंबंधित यूएस-आधारित संस्थाओं को भी भेजी गई है।

कंपनी 2014 से भारत में काम कर रही है। समझौते के अनुसार यह भारत में निर्माताओं से पूरी तरह से निर्मित हैंडसेट खरीदती है।

ईडी ने कहा कि इन अनुबंध निर्माताओं को की चीन में स्थित शाओमी की समूह संस्थाओं के साथ कच्चे माल की आपूर्ति और मोबाइल सेट के निर्माण के लिए कंपनी द्वारा प्रदान किए गए विनिर्देशों के अनुसार सीधी व्यवस्था है।

शाओमी इंडिया ने इन अनुबंध निर्माताओं को कोई तकनीकी इनपुट या सॉफ्टवेयर से संबंधित सहायता प्रदान नहीं की है। दिलचस्प बात यह है कि Xiaomi India ने उन तीन विदेशी आधारित संस्थाओं को धन हस्तांतरित किया है। जिनसे उन्होंने किसी भी प्रकार की सेवा का लाभ नहीं उठाया है। ईडी के अनुसार कंपनी ने कथित तौर पर विदेशों में पैसा भेजते समय बैंकों को भ्रामक जानकारी भी प्रदान की है।
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