डेस्क न्यूज – US Violence पहले समर्थकों को उकसा कर कैपिटल बिल्डिंग पर कूच का आह्वान करना। फिर समर्थकों की हिंसा से डर कर 20 जनवरी को सत्ता के हस्तांतरण की बात कहना।
कह सकते हैं कि महाभियोग से डरे अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप बैकफुट पर आ गए हैं।
दुनिया के सबसे पुराने लोकतंत्र का धज्जियां उड़ाने के बाद ट्रंप डैमेज कंट्रोल में जुट गए हैं।
स्थानीय अंतरराष्ट्रीय दबाव में आए डोनाल्ड ट्रंप ने अब हिंसा पर आमादा अपने ही समर्थकों को घुसपैठिया दंगाई करार दिया है।
यह तब है जब बुधवार तक यही ‘दंगाई घुसपैठिये’ ट्रंप, इवांका कई रिपब्लिकन नेताओं के लिए देशभक्त थे।
अमेरिकी कांग्रेस को हजारों की संख्या में ट्रंप समर्थकों ने घेर लिया था
निर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन की अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में जीत पर अंतिम मुहर लगाने के लिए जुटी अमेरिकी कांग्रेस को हजारों की संख्या में ट्रंप समर्थकों ने घेर लिया था।
सुरक्षा दस्ते की कार्रवाई में एक महिला की मौत हो गई थी,
जबकि तीन अन्य वजहों से मारे गए।
इसके बाद डेमोक्रेट, रिपब्लकिन पार्टी के कुछ नेताओं समेत विश्व के अन्य राष्ट्राध्यक्षों की निंदा से डोनाल्ड ट्रंप बैकफुट पर हैं।
इस कड़ी में शुक्रवार सुबह ट्रंप ने फिर से मीडिया को संबोधित कर लोकतंत्र की रौंदने के बाद क्षतिपूर्ति करनी चाही।
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) January 8, 2021
जिन्होंने भी कानून तोड़ा है उन्हें इसकी सजा मिलेगी – ट्रंप
डोनाल्ड ट्रंप ने कहा,’ सभी अमेरिकियों की तरह मैं भी इस हिंसक तबाही मारपीट की घटना के प्रति काफी गुस्से में हूं।
मैंने तुरंत ही नेशनल गार्ड फेडरल लॉ एन्फोर्समेंट से बिल्डिंग को सुरक्षित करने घुसपैठियों को बाहर निकालने का आदेश दिया था।
अमेरिका हमेशा से लॉ एंड ऑर्डर पसंद करने वाला देश है हमेशा ऐसा ही रहेगा।’
ट्रंप ने आगे कहा, ‘जो भी लोग इस हिंसा में शामिल थे वे हमारे देश का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं,
जिन्होंने भी कानून तोड़ा है उन्हें इसकी सजा मिलेगी।’
जो बिडेन के शपथ लेने तक फेसबुक ने ट्रंप का अंकाउट बंद किया
गौरतलब है कि बुधवार को अमेरिकी संसद भवन पर हमले के बाद फ़ेसबुक ट्विटर ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर पाबंदी लगा दी थी,
लेकिन अब फ़ेसबुक ने ट्रंप पर अनिश्चितकाल के लिए पाबंदी लगा दी है।
फ़ेसबुक के प्रमुख मार्क ज़करबर्ग ने एक बयान जारी कर इसकी जानकारी दी।
मार्क ज़करबर्ग ने अपने बयान में कहा कि पिछले 24 घंटों की चौंकाने वाली घटनाओं ने साफ़ कर दिया है
कि निवर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपने कार्यकाल के बचे हुए दिनों का इस्तेमाल अपने चयनित उत्तराधिकारी
जो बाइडन को शांतिपूर्ण क़ानूनी तरीक़े से सत्ता हस्तांतरण को बाधित करने के लिए करना चाहते हैं।