डेस्क न्यूज़: एक तो देश में कोरोना वायरस की तबाही ऊपर से अरब सागर में उठे चक्रवाती तूफान 'ताऊ ते' ने अब राज्य प्रशासन की सांसें और नींद दोनों उड़ा दी हैं। ताज़ा खबरों के अनुसार उदयपुर और जोधपुर संभाग के कुछ हिस्सों में इसका जबरदस्त असर देखा जा सकता है। इसे देखते हुए सरकार ने सभी जिला कलेक्टरों को अलर्ट जारी कर दिया है। कहा जा रहा है कि इन क्षेत्रों के अस्पतालों में बिजली और ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए विशेष व्यवस्था की जाए। मौसम विभाग ने उदयपुर संभाग के कई जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।
मौसम विभाग के निदेशक राधेश्याम शर्मा के मुताबिक, इस चक्रवात का प्रभाव राजस्थान के दक्षिण-पूर्वी क्षेत्र यानि उदयपुर और दक्षिण-पश्चिमी क्षेत्र के जोधपुर मंडल पर अधिक पड़ेगा। 18 मई को उदयपुर, पाली, जालोर, राजसमंद, सिरोही और डूंगरपुर जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। इसके साथ ही इन जिलों में 60 किमी की रफ्तार से तेज हवा चलने की भी संभावना है। मौसम विभाग के मुताबिक यहां 200 एमएम तक बारिश हो सकती है। इन जिलों के अलावा जोधपुर, बाड़मेर, भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़, टोंक, अजमेर, बांसवाड़ा, जयपुर, दौसा, अलवर, कोटा, बूंदी समेत अन्य जिलों के लिए भी 18 और 19 मई को अलर्ट जारी किया गया है। इन इलाकों में भी मौसम विभाग ने तेज बारिश के साथ 40-50 किलोमीटर की रफ्तार से तेज आंधी चलने का अनुमान जताया है।
चक्रवाती तूफान 'ताऊ ते' को देखते हुए मुख्य सचिव निरंजन आर्य ने रविवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए सभी जिला कलेक्टरों के साथ बैठक की। इस दिशा में चक्रवाती तूफान से नुकसान की संभावना को देखते हुए सभी आवश्यक तैयारियों के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने विशेष रूप से कोविड अस्पतालों में ऑक्सीजन और बिजली का बैकअप मांगा, ताकि बिजली या ऑक्सीजन की आपूर्ति से किसी मरीज की जान न जाए। उन्होंने बिजली विभाग के अधिकारियों को कॉर्डाइजेशन करने और हर अस्पताल में जनरेटर सेट की व्यवस्था बनाए रखने को कहा है।
चक्रवात का असर उदयपुर, कोटा संभाग के कई इलाकों में बीती रात देखने को मिला। उदयपुर, कोटा, पाली, बूंदी, चित्तौड़गढ़, भीलवाड़ा में बीती रात बारिश के साथ तेज हवा चली। कोटा में 11.7 मिमी और उदयपुर में 12.7 मिमी बारिश हुई। इससे गर्मी से परेशान इन जिलों के लोगों को राहत मिली है। बीती रात यहां का न्यूनतम तापमान गिरकर 24-25 डिग्री सेल्सियस पर आ गया।