#Chandrayaan2 -मून लैंडर विक्रम का लैंडिंग से 2.1 किमी पहले सपंर्क टूट गया,लेकिन देश का हौसला नहीं टूटा…

#Chandrayaan2 -मून लैंडर विक्रम का लैंडिंग से 2.1 किमी पहले सपंर्क टूट गया,लेकिन देश का हौसला नहीं टूटा…

चंद्रय़ान-2 यंहा तो पहुंचे गया अगली बार ओर इससे आगे जाएंगें...

न्यूज –  विज्ञान कभी हारता नहीं है, वो प्रयोग और प्रयास करता है..चंद्रयान-2 पर देश का ख्बाव टुटा नहीं है बल्कि अपने वैज्ञानिकों के प्रति हौसलें को ओर बढ़ा गया…यंहा तो पहुंचे गये अगली बार ओर इससे आगे जाएंगें…

आज देशवासियों का मन शांत तो है लेकिन हिंदुस्तानी होने का गर्व भी है..और हो भी क्यों ना आखिर दुनिया को अपनी ताकत हमनें दिखाई है अपनी और झुकने को मजबुर किया है…शुक्रवार-शनिवार की आधी रात को पुरी दुनिया की नजरें हिंदुस्तान की ओर थी और यही हमारे लिए बडे गर्व की बात थी।

चंद्रयान-2 के मून लैंडर विक्रम का लैंडिंग से महज 2.1 किलोमीटर पहले सपंर्क टूट गया, संपर्क टुटा लेकिन देश का हौसला नहीं टुटा…

और कैसे टुट सकता था जब देश का प्रधानमंत्री वंहा मौजूद था उन्होनें देश को विश्वास दिलाया की कि विज्ञान हारता नहीं है प्रयोग और प्रयास करता है..हमें हमारे वैज्ञानिकों पर गर्व है,

 जब मोदी को ये सुचना मिली कि लैंडर विक्रम से संपर्क टुट गया है तो तुरंत वो इसरो हेडक्वॉर्टर से निकल गये, शायद वो जानते थे कि वे वंहा रूके तो इमोंशनल हो सकते है, लेकिन जब वो वंहा से निकले तो इसरो प्रमुख के सीवन को गले लगा लिया और पीठ थपथपाई बोले जो आपने किया है वो गर्व की बात है, जीवन में उतार चढ़ाव आते रहते हैं, हर पड़ाव से हम सीखते रहते हैं, देश की सेवा करने के लिए आप सब को बधाई। मैं आपके साथ हूं।

इसके बाद पीएम नरेंद्र मोदी सुबह इसरो हेडक्वॉर्टर पहुंचे और उन्होनें ये भी बताया कि वो रात को क्यों नहीं रूके। उन्होंने कहा कि मैं कल रात को आपके मन की स्थिति को समझता था, आपकी आंखें बहुत कुछ कहती थीं, आपके चेहरे की उदासी मैं पढ़ पा रहा था, पीएम मोदी ने कहा कि मैंने भी उस पल को आपके साथ जिया है, उन्होंने कहा कि कई रातों से आप सोए नहीं थे, फिर भी मेरा मन कर रहा था कि एक बार फिर से आपसे बातें करूं।

                                                                        उन्होंने कहा कि इसीलिए मैं रात में चंद्रयान की लैंडिंग के आखिरी पलों में आई रुकावट के बाद अधिक देर तक आपके बीच नहीं रुका, पीएम मोदी ने कहा कि पूरा देश आपके साथ रात भर जगता रहा, मिशन के अंतिम पलों में पूरा देश चिंतित था, उन्होंने कहा कि पूरा देश मजबूती के साथ वैज्ञानिकों के साथ खड़ा है।

इससे पहले पीएम मोदी ने भारत माता की जय के उद्घोष से अपनी बात की शुरूआत कर वैज्ञानिकों का हौसला बढ़ाया, पीएम ने वैज्ञानिकों का हौसला अफजाई किया,कहा कि आप वो लोग हैं जो मां भारती की जय के लिए जीते हैं, आप वो लोग हैं जो मां भारती की जय के लिए जूझते हैं, मां भारती की जय के लिए जज्बा रखते हैं, मां भारती का सिर ऊंचा हो इसके लिए पूरा जीवन खपा देते हैं।

मां भारती के लिए आप अपने सपनों को समाहित कर देते हैं, ये आप ही लोग हैं जिसने पहले प्रयास में मंगल ग्रह पर भारत का झंडा फहराया था, इससे पहले दुनिया में यह उपलब्धि किसी के पास नहीं थी, हमारे चंद्रयान ने ही दुनिया पर चांद पर पानी देने की अहम जानकारी दी। अपने वैज्ञानिकों से मैं कहना चाहता हूं कि भारत आपके साथ है।

गौरतलब है कि आखिरी पलों में चंद्रयान 2 से लैंडर विक्रम का संपर्क टूट गया है, प्रधानमंत्री मोदी स्वयं भी लैंडिंग के इस ऐतिहासिक पल का गवाह बनने के लिए इसरो वैज्ञानिकों के बीच मौजूद थे।

इसरो की इस उपलब्धि पर दुनिया भर से बधाई मिली है, नासा ने कहा ये मिशन सफल होता तो भारत की बात ही कुछ अलग होती,वही भूटान के पीएम लोटे टीशिंग ने भी कहा कि भारत और उसके वैज्ञानिकों पर गर्व है। चंद्रयान-2 की लैंडिंग में आखिरी समय में कुछ चुनौतियां देखी गईं लेकिन जिस तरह इसरो के वैज्ञानिकों ने साहस और कड़ी मेहनत दिखाई है, वह ऐतिहासिक है।

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