डेस्क न्यूज़- शी जिनपिंग, जो अनिश्चित काल के लिए सत्ता में रह हैं, अब आने वाली पीढ़ियों के दिल और दिमाग पर राज करना चाहते हैं। वह चाहते हैं कि बच्चों को कम उम्र में ही उनकी कहानियों और प्रवचनों को याद करके उनकी नजर में महान बनाया जाए। इस बारे में आदेश चीन में कम्युनिस्ट पार्टी की 100 वीं वर्षगांठ से पहले जारी किया गया है।
पहले दो वर्षों में सभी छात्रों को एक सप्ताह में एक क्लास शी के विचारों पर होगी
पार्टी की केंद्रीय समिति ने बुधवार को इस बारे में दिशानिर्देश जारी किए हैं, जिसके तहत छोटे बच्चों में वैचारिक शिक्षा पर जोर देने के लिए कहा गया है। दिशानिर्देशों में कहा गया है कि प्राथमिक स्कूल और माध्यमिक स्कूल के पहले दो वर्षों में
सभी छात्रों को एक सप्ताह में एक क्लास शी के विचारों पर होगी।
बच्चों को शी के आदेशों का पालन करना सिखाया जाएगा और
कहा जाएगा कि केवल वही करें जो शी ने हमें बताया है।
राजनयिकों से लेकर अधिकारियों और लेखकों तक को शामिल करने के लिए डाला जा रहा दबाव
चीन में, राजनयिकों से लेकर अधिकारियों और लेखकों तक को शामिल करने के लिए दबाव डाला जा रहा है,
अक्सर उनकी नीतियों में उनके फर्जी सिद्धांत को शामिल हैं। शी खुद को चीन के सर्वोच्च नेता के रूप में स्थापित करने की कोशिश कर रहे हैं
और देश पर अपना नियंत्रण मजबूत करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं।
दस्तावेज़ यह भी बताते है कि बच्चों को सिखाया जाना चाहिए कि आज का सुखी जीवन पार्टी के सही नेतृत्व
और सामाजिकता के कारण है। चीनी सरकार के मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स ने सोमवार को दिशा-निर्देशों को निर्देशित करते हुए लिखा, “बच्चों में राजनीतिक ज्ञान और मूल्यों को मजबूत करने का रणनीतिक महत्व है
और यह सुनिश्चित करेगा कि लाल जीन एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी तक चले।”
एक अन्य सरकारी अखबार चाइना डेली ने भी इस कदम की प्रशंसा करते हुए लिखा है
कि बच्चे राष्ट्र और कम्युनिस्ट पार्टी के भविष्य के बारे में जानेंगे हैं
और इसलिए उनके सही विकास का रणनीतिक महत्व है। गौरतलब है कि चीन पर कम्युनिस्ट पार्टी का शासन है
और उसने जीवन और समाज के हर क्षेत्र पर पूरी तरह से नियंत्रण कर लिया है।
चीन में, प्रत्येक नागरिक को कम्युनिस्ट पार्टी से केवल वही सोचना, बोलना और करना है जो उसे पार्टी से मिलता है।