डेस्क न्यूज – कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी Sonia Gandhi की ओर से 18 फरवरी को राजस्थान के
सीएम अशोक गहलोत और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा अजमेर में ख्वाजा साहब की मजार पर चादर पेश करेंगे।
इन दिनों अजमेर में ख्वाजा साहब का उर्स चल रहा है। उर्स के दौरान गांधी प्रतिवर्ष अपनी ओर से चादर पेश करती रही हैं।
सूफी परंपरा के अनुसार सीएम गहलोत और डोटासरा चादर को अपने सिर पर रख कर मजार शरीफ पर ले जाएंगे।
सोनिया गांधी की चादर को पेश करने के लिए गहलोत और डोटासरा अजमेर जाएगें
सोनिया गांधी की चादर को पेश करने के लिए गहलोत और डोटासरा खासतौर से अजमेर आ रहे हैं।
तय कार्यक्रम के अनुसार गहलोत और डोटासरा बैंगलूरू से सीधे अजमेर पहुंचेंगे।
दोनों नेता कर्नाटक के प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष डीके शिव कुमार के पुत्र के विवाह में शामिल होने के लिए 17 फरवरी को बैंगलूरू गए हैं। सीएम गहलोत भले ही 18 फरवरी को आ रहे हों, लेकिन उन्होंने अपनी चादर एक दिन पहले ही मजार शरीफ पर पेश होने के ही भेज दी है।
17 फरवरी को सीएम गहलोत की चादर दरगाह में पेश की गई
राजस्थान वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष खानू खान बुधवाली और विधायक रशीद खान 17 फरवरी को सीएम गहलोत की चादर दरगाह में पेश की है। इस अवसर पर कांग्रेस के स्थानीय नेता भी उपस्थित रहे। ख्वाजा उर्स में राजनेताओं की ओर से चादर पेश किए जाने का सिलसिला लगातार जारी है। 17 फरवरी को ही महाराष्ट्र के पूर्व सीएम देवेन्द्र फडऩवीस की ओर से चादर पेश की गई। इस अवसर पर दरगाह कमेटी के उपाध्यक्ष बाबा अशरफ और सदस्य मोहम्मद फारुख आजम उपस्थित रहे। चादर पेश करने की रस्म दरगाह के खादिम अशफान चिश्ती ने करवाई।
सोनिया गांधी की चादर पेश करने के समय इस बार पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट नहीं होंगे
ख्वाजा साहब के सालाना उर्स में सोनिया गांधी Sonia Gandhi की चादर पेश करने के समय इस बार पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट नहीं होंगे। गत वर्ष मार्च में ख्वाजा साहब का सालाना उर्स हुआ था और तब तक सचिन पायलट ही प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष थे। प्रदेश अध्यक्ष रहते हुए ही पायलट गत 7 वर्षों से लगातार सोनिया गांधी की चादर उर्स में पेश कर रहे थे, लेकिन अब पायलट न तो प्रदेश अध्यक्ष के पद पर हैं और न ही डिप्टी सीएम 18 फरवरी को पायलट का अजमेर आने का फिलहाल कोई कार्यक्रम नहीं है। चूंकि इस समय डोटासरा प्रदेश अध्यक्ष हैं, इसलिए वे 18 फरवरी को सीएम गहलोत के साथ अजमेर आ रहे हैं।