CM केजरीवाल ने Corona पीड़ितों के लिए किया बड़ा ऐलान; केंद्र को भी दिया सुझाव

सीएम अरविन्द केजरीवाल ने केंद्र सरकार से दो अपील
CM केजरीवाल ने Corona पीड़ितों के लिए किया बड़ा ऐलान; केंद्र को भी दिया सुझाव

डेस्क न्यूज़: कोरोना वायरस की तीसरी लहर को देखते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केंद्र सरकार को चेतावनी दी है। उन्होंने सिंगापुर में बच्चों के नए स्ट्रेन को प्रभावित करने वाले कोरोना वायरस की रिपोर्ट साझा की। केजरीवाल ने एक ट्वीट में कहा कि 'सिंगापुर में आए कोरोना के नए रूप को बच्चों के लिए बेहद खतरनाक बताया जा रहा है, यह भारत में तीसरी लहर के रूप में आ सकता है।

सीएम अरविन्द केजरीवाल ने केंद्र सरकार से दो अपील की हैं

  • सिंगापुर के साथ हवाई सेवाएं तत्काल प्रभाव से रद्द हों।
  • बच्चों के लिए भी वैक्सीन के विकल्पों पर प्राथमिकता के आधार पर काम हो।

देश में कोरोना की स्थिति को देखते हुए दिल्ली के CM अरविंद केजरीवाल ने कोरोना महामारी के पीड़ितों के लिए बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने कहा है कि हर महीने कोरोना के कारण हुए अनाथ बच्चों को 2500 रुपये की सहायता दी जाएगी, इन बच्चों की शिक्षा नि:शुल्क होगी। दिल्ली में जरूरतमंद लोगो को जिनके पास राशन कार्ड नहीं है उन्हें राशन मिलेगा। हर जरूरतमंद को महीने में 10 किलो राशन मिलेगा।

वहीं जिन बच्चों के माता-पिता की मौत कोरोना से हुई है, उन्हें दिल्ली सरकार पढ़ाएगी। वहीं घर में इकलौता व्यक्ति जो कोरोना की वजह से नहीं रहा उसे भी पेंशन दी जाएगी। कोरोना से मरने वालों के परिवारों को 50-50 हजार रुपये का मुआवजा दिया जाएगा।

बिना कार्ड भी मिलेगा राशन

CM केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में पिछले साल की तरह गरीबों को मुफ्त राशन दिया जाएगा, बिना राशन कार्ड वालों को भी दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि दिल्ली में 72,00,000 राशन कार्ड धारकों को इसी महीने से मुफ्त राशन दिया जाएगा, उनसे कोई पैसा नहीं लिया जाएगा। इन राशन कार्ड धारकों को केंद्र से 5 किलो राशन भी मुफ्त मिल रहा है। अब उन्हें इस महीने 10 किलो राशन मुफ्त मिलेगा।

50 हजार रुपये का मुआवजा देगी दिल्ली सरकार

प्रत्येक परिवार जिसमें किसी की कोरोना से मृत्यु हुई है, उसे 50 हजार रुपये अनुग्रह राशि के रूप में दिए जाएंगे। केजरीवाल ने कहा कि बहुत से लोग हैं जो गरीब हैं, उनका राशन कार्ड नहीं बना है। जिनके पास राशन कार्ड नहीं है, कौन कहेगा कि वे गरीब हैं, उनके पास राशन नहीं है, दिल्ली सरकार उन्हें भी राशन देगी। इसमें किसी भी तरह का कोई दस्तावेज नहीं मांगा जाएगा। जिन बच्चों के माता-पिता की कोरोना से मृत्यु हो चुकी है और बच्चे अनाथ हैं। ऐसे प्रत्येक बच्चे को रु. 25 साल की उम्र तक हर महीने 2500 रुपये, इसके साथ ही उन्हें मुफ्त शिक्षा भी दी जाएगी।

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