मॉडर्ना और फाइजर ने केजरीवाल सरकार को वैक्सीन देने से किया मना : कोरोना की दूसरी लहर के बीच देश अब भी कोरोना वैक्सीन की कमी का सामना कर रहा है। कई राज्यों में वैक्सीन नहीं होने के कारण कई सेंटरों में ताला लगाने की नौबत आ चुकी है। इस बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक बार फिर केंद्र सरकार पर आरोप लगाया है। अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि कोई भी विदेशी कंपनी राज्य सरकार को वैक्सीन देने के लिए राजी नहीं है, क्योंकि वो केवल केंद्र को देना चाहती हैं।
मॉडर्ना और फाइजर ने केजरीवाल सरकार को वैक्सीन देने से किया मना : सोमवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हमारी मॉडर्ना और फाइजर से बात हुई, वो कहते हैं कि हम आपको वैक्सीन नहीं देंगे, हम केंद्र सरकार से बात करेंगे। हम पहले ही काफी समय गंवा चुके हैं, मेरी केंद्र सरकार से अपील है कि केंद्र सरकार इनसे बात करके वैक्सीन आयात करे और राज्यों में बांटे।
वहीं ब्लैक फंगस संक्रमण को लेकर केजरीवाल ने बताया कि हमने ब्लैक फंगस के लिए अपने सेंटर बना दिए हैं, लेकिन दवाई नहीं है तो इलाज कैसे करें? दिल्ली को रोज़ 2000 इंजेक्शन चाहिए लेकिन हमें 400-500 इंजेक्शन मिल रहे हैं। दिल्ली में ब्लैक फंगस के क़रीब 500 मरीज़ हैं।
इसके साथ ही डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने भी केंद्र को निशाने पर लेकर कहा है कि केंद्र सरकार की बदइंतजामी की वजह से 18+ वालों के लिए वैक्सीन सेंटर बंद हो गए हैं, 45+ वालों में भी सिर्फ कोविशील्ड के सेंटर चालू हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ने ग्लोबल टेंडर की बात कही तो दिल्ली सरकार ने विदेशी कंपनियों से संपर्क किया, लेकिन विदेशी कंपनियों ने कहा है कि केंद्र सरकार से ही बात करेंगे। वैक्सीन को लेकर केंद्र सरकार ने मजाक बना दिया है।
मनीष सिसोदिया ने आगे बताया कि भारत ने विदेशी कंपनियों की वैक्सीन को मंजूरी तक नहीं दी। जबकि देश की 2 कंपनी से बन रही वैक्सीन को निर्यात किया जा रहा है। हमारा देश मंजूरी-मंजूरी खेल रहा है। वहीं 68 देश स्पुतनिक को लगाना शुरू कर चुके हैं। 85 देश फाइजर को मंजूरी देकर खरीदना शुरू कर चुके हैं। मॉडर्ना को 46 देश, जॉनसन एंड जॉनसन को 41 देश मंजूरी दे चुके हैं।
बता दें कि दिल्ली सरकार और केंद्र सरकार के बीच इन दिनों कोरोना वैक्सीन को लेकर विवाद चल रहा है। दिल्ली सरकार ने केंद्र के खिलाफ आरोप लगाए है कि केंद्र उन्हें पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन की आपूर्ति नहीं कर पा रही है, वहीं भारत बायोटेक ने भी उन्हें अतिरिक्त वैक्सीन देने से मना कर दिया है। ऐसे में दिल्ली में वैक्सीनेशन की रफ्तार धीमी पड़ गई है।
शनिवार को प्रेस कांफ्रेंस के जरिए राज्य के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने वैक्सीन की कमी बताते हुए कहा है कि हमारे पास वैक्सीन नहीं है। केंद्र वैक्सीन उपलब्ध कराने में नाकाम है। केजरीवाल ने कहा, "केंद्र सरकार ने दिल्ली के 18 साल से ऊपर के लोगों के लिए जो वैक्सीन भेजी थीं, वो खत्म हो गई हैं। इसलिए अब वैक्सीनेशन बंद करना पड़ रहा है। बहुत कम डोज बचे हैं। ये स्टॉक भी शाम तक खत्म हो जाएगा। कल से पूरे राज्य में युवाओं का वैक्सीनेशन बंद करना पड़ेगा।"