डेस्क न्यूज़- कोरोना के कमजोर होने की दूसरी लहर के बीच एक और राहत भरी खबर आई है। सरकार के मुताबिक अभी तक इस बात के कोई संकेत नहीं मिले हैं कि कोरोना की तीसरी लहर का बच्चों पर असर गंभीर होगा। अभी तक कहा जा रहा था कि इससे सबसे ज्यादा बच्चे ही प्रभावित होंगे। लेकिन एम्स के डायरेक्टर का कहना हैें कि कोरोना की तीसरी लहर का बच्चों पर गंभीर असर पड़ने के संकेत नहीं हैं।
देश में कोरोना की स्थिति पर सोमवार को आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में एम्स के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया ने कहा, "हमने कोरोना की पहली और दूसरी लहर में देखा है कि बच्चों में संक्रमण बहुत कम होता है।" अभी तक ऐसा नहीं लग रहा है कि थर्ड वेव में बच्चों में संक्रमण देखने को मिलेगा। कहा जा रहा है कि बच्चे सबसे अधिक संक्रमित होंगे, लेकिन पेडियाट्रिक्स एसोसिएशन ने कहा है कि यह फैक्ट पर आधारित नहीं है। इसका असर बच्चों पर न पड़े, इसलिए लोगों को डरना नहीं चाहिए।
उधर, देश में पिछले 22 दिनों से लगातार कोरोना के मामलों में कमी आ रही है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि ठीक होने की दर भी लगातार बढ़ रही है। 8 मई को देश में रिकवरी रेट 81.7% था। अब यह 88.7% है। संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि 2 हफ्ते में 10 लाख एक्टिव केस कम हुए हैं।
उन्होंने कहा कि देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 2.22 लाख मामले दर्ज किए गए हैं. यह 40 दिनों में नए मामलों की सबसे कम संख्या है। जिला स्तर पर भी कोरोना के मामलों में कमी आ रही है। 45 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को कुल 14.56 करोड़ पहली और दूसरी खुराक खुराक दी जा चुकी हैं। 18 और 44 साल के 1.06 करोड़ लोगों को पहली खुराक दी गई है।